स्वच्छता को लेकर परीक्षा, 750 कामगारों को श्रेणी
भारतीय सफाई कामगारों को कौशल्य प्रशिक्षण के जरिये किया जा रहा सक्षम
अमरावती/दि.13 – प्रधानमंत्री कौशल्य विकास योजना (पीएमकेवीवाय) योजना अंतर्गत मनुष्यबल एवं यांत्रिक सहायता के जरिये किये जानेवाले दैनिक साफ-सफाई कामों तथा मलनिस्सारण वाहिनियों की साफ-सफाई यंत्रों के जरिये करने के साथ ही सुरक्षा का प्रशिक्षण पूर्ण करने के बाद लिखीत परीक्षा में 750 सफाई कर्मचारियों ने ‘अ’, ‘ब’ व ‘क’ श्रेणी हासिल की है. उन्हें उनके श्रेणीनुसार प्रमाणपत्र गत रोज मनपा की वैद्यकीय व स्वच्छता अधिकारी डॉ. सीमा नेताम के हाथों प्रदान किये गये.
बता दें कि, काम फाउंडेशन द्वारा वर्ष 2019 में सफाई कामगारों के लिए पीएमकेवीवाय योजना अंतर्गत रिकग्नायझेशन ऑफ प्रायर लर्निंग प्रशिक्षण दिया गया था. जिसमें सफाई से संबंधित विविध कामों का समावेश था. इस योजना के चलते देश के असंघटित व कुशल कामगारों की जानकारी एक ही स्थान पर रखना आसान होता है. साथ ही उन्हें योग्य अवसर व अन्य सुविधाएं देना आसान होता है. पीएमकेवीवाय योजना को राष्ट्रीय कौशल्य विकास महामंडल तथा कौशल्य विकास व उद्योजकता (एमएसडीई) मंत्रालय द्वारा चलायी जानेवाली प्रमुख योजना माना जाता है. जिसका प्रमुख उद्देश्य भारतीय सफाई कामगारों को बडी संख्या में नि:शुल्क तौर पर कौशल्य प्रशिक्षण देते हुए सक्षम करना, उनकी कार्यक्षमता को बढाना, काम करते समय सुरक्षा मानकों का ध्यान रखना तथा सफाई कामगारों के जीवन में स्थिरता लाना है. केंद्र सरकार की प्रमुख योजनाओं में एक रहनेवाली इस योजना का प्रशिक्षण कई सार्वजनिक केंद्रों के माध्यम से दिया जाता है. इन केंद्रों में थिअरी व प्रैक्टिकल ऐसे दोनों प्रकार के प्रशिक्षण दिये जाते है और पाठ्यक्रम पूर्ण होने के बाद कामगारों का मूल्यांकन करते हुए उन्हें प्रमाणपत्र भी दिया जाता है.
कौशल्य का परीक्षण कर दी जाती है श्रेणी
मूल्यांकन में शामिल होनेवाले उम्मीदवारोें की कार्यशाला में 70 फीसद उपस्थिति अनिवार्य है. पीएमकेवीवाय योजना का प्रारंभ 20 मार्च 2015 को हुआ था. इस योजना के जरिये केंद्र सरकार द्वारा कौशल्य विकास के साथ-साथ कामगारों के कौशल्य को जानने और उन्हें श्रेणी देने का काम किया जाता है.