अमरावती/दि.27- खरीफ के तीन महीनों में ही नहीं, बल्कि लगातार बारिश से भी 1.71 लाख हेक्टर में फसलों का नुकसान हुआ है. इसके लिए जिला प्रशासन से 277.58 करोड़ की मांग की गई है अधिवेशन काल में निधि मिलने की उम्मीद किसानों को थी. मात्र शासन ने महीनेभर में निधि देने का आश्वासन दिये जाने पर अब आगामी वर्ष में ही मदद निधि मिलने वाली है.
जून से अगस्त महीने में जिले में सभी तहसीलों ने सरासरी पार की है. 84 महसूल मंडल में अतिवृष्टि हुई. बावजूद इसके सतत की बारिश से खेतों की फसलों का काफी नुकसान हुआ है. इसके लिए निधि देने की घोषणा कृषि मंत्री ने जिला दौरे में की थी. जिसके अनुसार कृषि व महसूल की क्षेत्रीय यंत्रणा द्वारा पंचनामे किये गए व जिलाधिकारी पवनीत कौर ने 27 सितंबर को विभागीय आयुक्त के द्वारा शासन को रिपोर्ट भेजी थी.
जिले में अतिवृष्टि के नुकसान के 445 करोड़ की मदद निधि दिवाली के दरमियान किसानों को मिला. मात्र सतत की बारिश से 2,16,304 किसानों का नुकसान हुआ. वे अब भी प्रतीक्षारत हैं. इस बाबत फिलहाल शुरु अधिवेशन में चर्चाके दौरान उपमुख्यमंत्री ने महीनेभर में बाधित किसानों को मदद निधि देने की घोषणा की है. जिसके चलते परेशान किसानों को कुछ समय प्रतीक्षा करनी पड़ेगी.
65 हजार किसानों को
जिले में पांच तहसीलों के 65 हजार किसानों को फसल बीमा के 60 करोड़ 31 दिसंबर से पूर्व दिये जाने की जानकारी कंपनी द्वारा जिला बैठक में जिलाधिकारी को दी गई. अब तक वापसी के बारे में कृषि विभाग व कंपनी के प्रतिनिधि कोई बात करने के लिए तैयार नहीं. जिसके चलते किसानों की परेशानी बढ़ी है.
2.16 लाख किसानों को प्रतीक्षा
अतिवृष्टि के कारण जिरायती क्षेत्र में 192,616 किसानों के 1,51,385 हेक्टर का नुकसान हुआ है. इसके लिए 205.8 करोड़ की मांग शासन से की गई है. फल फसलों को छोड़कर बागायती फसलों में 946 किसानों के 752 हेक्टर में नुकसान हुआ. इसके लिए 2.03 करोड़ की मदद निधि की आवश्यकता है. वहीं फल फसलों में 22,742 किसानों के 1,9354 हेक्टर बाधित हुए है. इसके लिए 69.68 करोड़ की मांग जिला प्रशासन ने की है.