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शालाएं खुलने से गांवों में उत्साह, शहर में चिंता

ग्रामीण में 82.52 फीसद व शहरों में 49.75 फीसद शालाएं शुरु

अमरावती/दि.3- करीब पौने दो वर्ष के अंतराल पश्चात राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में कक्षा पहली से चौथी तथा शहरी क्षेत्रों में कक्षा पहली से सातवी की शालाएं विगत बुधवार से शुरु हुई. ग्रामीण क्षेत्र में कक्षा चौथी तक की 82.52 तथा शहरी क्षेत्र में कक्षा सातवी तक की 49.75 फीसद शालाएं शुरु हुई है. साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में 48.40 तथा शहरी क्षेत्र में केवल 20.71 फीसद विद्यार्थी पहले दिन स्कूल उपस्थित हुए, ऐसी जानकारी शिक्षा विभाग द्बारा संकलित किये गये आंकडों के जरीए सामने आई है. ऐसे में कहा जा सकता है कि, शालाओं के खुलने को लेकर ग्रामीण क्षेत्र में जहां उत्साहपूर्ण वातावरण है, वहीं शहरी क्षेत्र में अब भी कोविड संक्रमण को लेकर चिंतापूर्ण स्थिति है.
बता दें कि, कोविड संक्रमण के असर की वजह से राज्य में शैक्षणिक क्षेत्र पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है और करीब डेढ वर्ष तक पढाई लिखाई का काम ऑनलाइन तरीके से चला. किंतु ऑनलाइन पढाई की अपनी कुछ सीमाएं है. जिसके चलते विगत जून माह से नया शैक्षणिक क्षेत्र शुरु होने के साथ ही शालाओं व कक्षाओं में पढाई लिखाई का काम पहले की तरह ऑफलाइन यानि प्रत्यक्ष शुरु करने की मांग की जाने लगी. जिसके चलते कोविडमुक्त हो चुके शहरों में आठवी से बारहवी की कक्षाओं को जुलाई माह से शुरु किया गया. साथ ही अक्तुबर माह से कोविडमुक्त हो चुके ग्रामीण इलाकों मेें कक्षा पाचवी से बारहवी की शालाओं को खोल दिया गया. इसके बाद प्राथमिक शालाओं को शुरु करने की मांग जोर पकडने लगी. जिसके चलते राज्य के शालेय शिक्षा विभाग ने 1 दिसंबर से राज्य की सभी प्राथमिक शालाओं को खोलने का निर्णय लिया. किंतु इसी दौरान कोविड वायरस के ओमीक्रॉन नामक नये स्वरुप की जानकारी सामने आने की वजह से कई स्थानिय स्वायंत संस्थाओं द्बारा 15 दिसंबर तक प्राथमिक शालाओं को बंद ही रखने का निर्णय लिया गया. इन्हीं तमाम पार्श्वभूमि के बीच राज्य के कई जिलों में बुधवार से प्राथमिक शालाओं की कक्षाएं शुरु हुई और करीब पौने दो वर्ष के अंतराल पश्चात विद्यार्थियों ने एक बार फिर शाला में प्रवेश किया.
राज्य शैक्षणिक संंशोधन व प्रशिक्षण परिषद द्बारा इसके बाद संकलित किये गये आंकडों के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्र में कक्षा चौथी तक की 82.52 फीसद तथा शहरी क्षेत्र में कक्षा सातवी तक की 49.75 फीसद शालाएं शुरु हो गई है और पहले दिन ग्रामीण क्षेत्र में 48.40 व शहरी क्षेत्र में 20.71 फीसद विद्यार्थी अपनी शालाओं में उपस्थित हुए. राज्य के अधिकांश जिलों में, विशेष तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक शालाएं शुरु हो जाने के चलते विद्यार्थियों की अस्त व्यस्त हो चुकी पढाई एक बार फिर पहले की तरह सामान्य होने मेें मदद मिलेगी.

* विभाग निहाय आंकडे
– विभाग
अमरावती
औरंगाबाद
कोल्हापुर
लातूर
मुंबई
नागपुर
नाशिक
पुणे

– ग्रामीण क्षेत्र में चौथी तक की शालाएं व विद्यार्थियों की उपस्थिति
99.80 फीसद व 46.42 फीसद
97.17 फीसद व 52.43 फीसद
99.12 फीसद व 76.91 फीसद
99.90 फीसद व 67.20 फीसद
54.31 फीसद व 22.48 फीसद
95.52 फीसद व 69.58 फीसद
54.75 फीसद व 36.19 फीसद
99.71 फीसद व 69.68 फीसद

– शहरी क्षेत्र में सातवी तक की शालाएं व विद्यार्थियों की उपस्थिति
99.18 फीसद व 48.92 फीसद
100 फीसद व 52.40 फीसद
97.91 फीसद व 71.31 फीसद
99.66 फीसद व 68.97 फीसद
6.97 फीसद व 1.90 फीसद
81.20 फीसद व 48.42 फीसद
51.11 फीसद व 15.48 फीसद
49.75 फीसद व 20.71 फीसद

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