बजट से अमरावती के जानकारों की अपेक्षा
स्वरोजगार को बढावा देनेवाली नीतियां चाहिए
* 23 जुलाई को निर्मला सीतारामन करेगी प्रस्तुत
अमरावती/दि.13 – देश की खजांची निर्मला सीतारामन आगामी 23 जुलाई को अर्थ संकल्प प्रस्तुत कर कीर्तिमान स्थापित करने जा रही हैं. पूरे 5 बरस मोदी सरकार में वित्त मंत्री रहने पश्चात सीतारामन पुन: इसी विभाग में मंत्री पद पर कायम है. ऐसे में देश के अन्य भागों की तरह अमरावतीवासियों विशेषकर व्यापार और उद्योग जगत की बजट को लेकर अपेक्षाएं हैं. अमरावती मंडल अपनी परंपरानुसार विविध क्षेत्र के जानकार और पदाधिकारियों के विचार, अपेक्षाएं प्रस्तुत कर रहा है.
उद्योगों के लिए पोषक वातावरण करेगा सभी का भला बजेट में स्वयमरोजगार एव स्टार्टअप विकसित कर इस माध्यम से युवाओं के लिए पोषक वातावरण द्वारा औद्योगिक नीति विकसित करने की अत्यंत आवश्यकता है . क्योकि अब सरकारी नोकरियों पर निर्भर रहने का समय नही रहा है.सरकार की पिछली किसान पॉलिसी अच्छी थी किंतु उत्तर के राज्यों से उसे विरोध रहा . उसपर पुनर्विचार होना चाहिए .बाजार समितियों को दिए गए अधिकारों से वो मनमाने दर से सेंस वसूलते है उनमें एक सूत्रता लाने के लिए केंद्र ने विशेष नीति बनाना चाहिए.सरकार महिलाओं को उद्योजक बनाने हेतु प्रोत्साहित कर रही है . किंतु सरकार की महिलाओं के लिए बन रही योजना उन तक कैसे पोहचे और उन्हें कार्यक्षम बनाने को विविध माध्यम से उन्हें प्रशिक्षण देकर प्रेरित कैसे किया जा सके इस हेतु बजट में प्रावधान होना जरूरी है. निचले तबके के लिए तो खाद्यान्य -बिजली-पानी की व्यवस्था सरकार कर देती है .उच्च वर्ग यह इतना सक्षम है कि उसके लिए रोजमर्रा की सभी चीजें मामूली है .मध्यम वर्ग की जनता की आज के परिवेश में पिसाई हो रही है. सरकार ने मध्यमवर्ग का विशेष ध्यान रखते हुए बजट में प्रावधान करना यह समय की मांग है. और इस वित्तीय बजट से मेरी अपेक्षा है.
– विनोद कलंत्री,
अध्यक्ष अमरावती
चेंबर ऑफ कॉमर्स अँड इंडस्ट्री