आवारा कुत्तों के सर्वेक्षण हेतु ‘एक्स्प्रेशन ऑफ इंटरेस्ट’
मनपा ने श्वान गणना हेतु शुरु की पहल
शहर में श्वानों की संख्या होगी निश्चित
अमरावती/दि.22 – शहर में खुले तौर पर आवारा भटकने वाले कुत्तों की संख्या निश्चित करने हेतु सर्वेक्षण किया जाएगा. इस हेतु श्वान उत्पत्ति नियंत्रण उपक्रम 2001 के अनुसार एक्स्प्रेशन ऑफ इंटरेस्ट यानि स्वारस्य अभिव्यक्ति प्रस्ताव मंगाया गया है. जिस पर करीब 15 लाख रुपए का खर्च होना अपेक्षित है.
मनपा क्षेत्र में कई वर्ष बाद खुले में भटकने वाले आवारा कुत्तों का सर्वेक्षण होना है. जिसके लिए मनपा के पशु वैद्यकीय विभाग ने कदम आगे बढाया है. इस जरिए इससे पहले कितने आवारा कुत्तों का निर्बिजीकरण किया गया. इसकी संख्या भी सर्वेक्षण के अंत में स्पष्ट होगी. उल्लेखनीय है कि, शहर के प्रत्येक चौक-चौराहे व रास्तों पर आवारा कुत्ते भटकते दिखाई देते है, जो रात के समय सडकों से गुजरने वाले लोगों पर भौंकने के साथ ही धावा भी बोलते है. ऐसे आवारा कुत्तों को पकडने का प्रयास पशु वैद्यकीय विभाग द्बारा हमेशा ही किया जाता है. लेकिन विभाग द्बारा पकडने के बाद दुध ले जाकर छोडे गए कुत्तें एक बार फिर उसी इलाके में वापिस लौट आते है. यह अब तक का अनुभव रहा है. ऐसे में इस तरह की कार्रवाई भी बेअसर साबित होती है. जिसे देखते हुए अब शहर में आवारा घुमने वाले कुत्तों की गणना करने का निर्णय लिया है. जिसके लिए श्वान सर्वेक्षण के काम में ‘इंटरेस्ट’ रहने वाली प्राणी कल्याणकारी संस्थाओं व सर्वेक्षक संस्थाओं से प्रस्ताव मंगाए गए है. जिसके चलते संबंधितों द्बारा आगामी 27 मार्च तक महानगरपालिका में एक्स्प्रेशन ऑफ इंटरेस्ट प्रस्तूत किया जा सकेगा. पश्चात इस सर्वेक्षण के बाद शहर में आवारा घुमने वाले कुत्ते की संख्या निश्चित करने के साथ ही श्वान निर्बिजीकरण उपक्रम को और भी अधिक गतिमान किया जाएगा.र
प्रभावी उपायों के लिए उठाए जा हे कदम
आवारा कुत्तों की संख्या को नियंत्रित रखने हेतु महानगरपालिका द्बारा उनका निर्बिजीकरण किया जा रहा है. लेकिन कुत्तों की कुल संख्या को देखते हुए यह काम उतने प्रभावी ढंग से नहीं हो रहा. आवारा कुत्तों की वजह से नागरिकों को होने वाली तकलीफों को देखते हुए उनका बंदोबस्त किस तरह से किया जाए और उनकी संख्या को किस तरह से नियंत्रित रखा जाए. इसके बारे में उपाय योजना करने हेतु महानगरपालिका द्बारा आवश्यक कदम उठाए जा रहे है.
शहर में आवारा घुमने वाले कुत्तों का सर्वेक्षण करने हेतु कई तकनीकी उपलब्ध है. जिसमें से किस तकनीक से सर्वेक्षण किया जाए, इसके लिए ही इच्छूकों से एक्स्प्रेशन ऑफ इंटरेस्ट के प्रस्ताव मंगाए गए है. ऐसी इच्छूक संस्था द्बारा किए जाने वाले सर्वेक्षण के अंत में शहर की सडकों पर आवारा घुमने वाले कुत्तों की संख्या निश्चित तौर पर पता चल सकेगी.
– डॉ. प्रवीण आष्टीकर,
आयुक्त, अमरावती मनपा