चिखलदरा/प्रतिनिधि दि.१४ – विदर्भ का नंदनवन चिखलदरा पर्यटन स्थल को हर साल हजारों पर्यटक भेंट देते है. खासकर जून माह से अक्तूबर माह के बीच यहां पर्यटकों की संख्या सर्वाधिक रहती है. मुसलाधार बारिश के चलते नदी, नाले एक हो जाते है और पहाडों के बीच से होकर बहने वाला झरना पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन जाता है. किंतु झरने के पास सेल्फी लेने के चक्कर में अनेको जाने पर्यटकों ने यहां गंवाई है. पिछले दो महीनों में सात पर्यटकों की जान सेल्फी कीे चक्कर में गई है.
सतपुडा पर्वत की तलहटी में बसे चिखलदरा पर्यटन स्थल यहां मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प अंतर्गत मेलघाट वनपरिक्षेत्र अंतर्गत आनेवाले जत्राडोह झरने में तीन पर्यटकों की जान गई तथा आकोट-पोपटखेडा मार्ग पर स्थित कलालकुंड झरने में तीन पर्यटकों को अपनी जान गंवानी पडी इसमें से किसी को भी तैरना नहीं आता था आगे की जांच चिखलदरा पुलिस व्दारा की जा रही है.
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सेल्फी व तैरने के चक्कर में सात की मौत
झरने में सेल्फी लेने व तैरने के चक्कर में पिछले तीन महीनों में सात पर्यटकों की मौत हुई है. एक भी पर्यटक को तैरना नहीं आता था. फिर भी वे झरने में तैरने गए. पर्यटकों ने पर्यटन का आनंद लेना चाहिए किंतु नियमों का भी पालन करना चाहिए.
– राहुल वाढवे, थानेदार चिखलदरा
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2 लाख पर्यटकोें ने भेंट दी
जून से अगस्त तीन महीनों में 2 लाख के लगभग पर्यटकों ने चिखलदरा को भेंट दी. सभी पिकनिक पाइंट पर सुरक्षा की दृष्टि से पालिका व्दारा फलक लगाए गए है. पर्यटक भी नियमों का पालन करें.
– सुधाकर पानझाडे, मुख्याधिकारी नगरपालिका चिखलदरा