महंगाई से मिर्च हुई और अधिक लाल
अमरावती/दि.19– गर्मी के मौसम दौरान सभी घरों में पूरे सालभर के लिए मिर्च व मसाले तैयार करके रखे जाते है. जिसके चलते ग्रीष्मकाल के दौरान सुखी लाल मिर्ची की मांग काफी अधिक बढ जाती है और इस दौरान लाल मिर्च के दामों में अच्छी-खासी तेजी भी रहती है. लेकिन इस बार लाल मिर्च के दाम मानों आसमान छू रहे है और दामों में जबर्दस्त तेजी रहने के चलते मिर्च और भी अधिक सूर्ख लाल हो गई है. उल्लेखनीय है कि, अमरावती जिले में वरूड तहसील अंतर्गत मिर्ची की पैदावार जमकर होती है और राजूरा बाजार की मिर्च पूरे क्षेत्र में प्रसिध्द है. किंतु इस वर्ष मिर्च का उत्पादन अपेक्षा से कुछ कम हुआ है. जिसके चलते बाजार में मिर्च की आवक घट जाने के चलते लाल मिर्च के दामों में अच्छी-खासी तेजी है. वहीं मिर्च के साथ ही मसालों के दामों में तेजी रहने के चलते अब घर पर खाना बनाना भी महंगा पडने लगा है. जिससे गृहिणियों का आर्थिक बजट गडबडा रहा है.
* गावरानी मिर्च को सर्वाधिक मांग
घरों में साग-सब्जी बनाने या दाल को तडका लगाने के लिए बडे पैमाने पर गावरानी मिर्च का प्रयोग किया जाता है, जो अन्य मिर्चियों की तुलना में कुछ अधिक तीखी भी होती है. ऐसे में गावरानी मिर्च की बाजार में हमेशा ही अच्छी-खासी मांग रहती है. किंतु इस समय गावरानी मिर्च के दामों में काफी तेजी है. जिसके चलते गावरानी मिर्च आम उपभोक्ताओं के लिए कुछ अधिक ही तीखी हो गई है.
* इस वजह से बढे दाम
यद्यपि जिले की वरूड व मोर्शी तहसीलों में बडे पैमाने पर मिर्च का उत्पादन होता है. किंतु इस मिर्च की बिक्री अमरावती की सब्जी मंडी में नहीं होती, बल्कि क्षेत्र के किसान अपनी उपज को नागपुर सहित अन्य इलाकों में बेचने हेतु ले जाते है. वहीं अमरावती के बाजार में अन्य जिलों से मिर्च बिक्री हेतु लायी जाती है, जो माल ढुलाई की बढती दरों की वजह से काफी हद तक महंगी पडती है. इस वजह से इन दिनों मिर्च के दाम आसमान छू रहे है.
मिर्च की पिछली व मौजूदा दरें (रूपये/प्रति किलो)
मिर्च फरवरी में दाम मौजूदा दरें
गावरानी 280 300
कश्मीरी 300 320
लवंगी 200 240
भिवापुरी 210 250
पाटणा 220 240