नांदगांव खंडेश्वर/दि.26– नांदगाव खंडेश्वर में कृषि विभाग द्वारा प्रक्षेत्र भेंट का आयोजन किया गया. तहसील के लोणी, जलू, माऊली चोर व शिरपूर परिसर के संतरा, सोयाबीन, तुअर और कपास फसल का कृषि विशेषज्ञों ने निरीक्षण किया. निरीक्षण दौरान कुछ सोयाबीन फसल पर मुलकुज, दंठलकुज रोग का प्रकोप दिखाई दिया. इस रोग पर कौन सी उपाय योजना की जा सकती है, इस बारे में किसानों का मार्गदर्शन किया गया. रोग प्राथमिक अवस्था में रहा तो शुरुआत में पेड का कुछ हिस्सा पीला दिखाई देता हो तो सिंचाई की सुविधा रहने पर एक संरक्षित सिंचाई करना आवश्यक है. ट्रायकोडर्मा नामक जैविक फफुंदीनाशक रोग के लक्षण दिखने पर पांच से दस ग्राम प्रति लीटर के हिसाब से छिडकाव करें, आदि सहित अन्य उपाय योजना विशेषज्ञों ने किसानों को बतलाई. इस समय जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी डॉ.राहुल सातपुते, उपविभागीय कृषी अधिकारी डॉ. पंकज चेडे, प्रादेशिक संशोधन केंद्र अमरावती के विशेषज्ञ कृषी विद्या वेत्ता डॉ.हेमंत डिके, कीटक शास्त्रज्ञ डॉ. श्याम मुंजे, वनस्पति रोग विशेषज्ञ डॉ. राजीव घावडे, कृषी विज्ञान केंद्र दुर्गापुर के फलोद्यान विशेषज्ञ डॉ. प्रफुल महल्ले, नांदगांव के तहसील कृषी अधिकारी रोशन इंदोरे, मंडल कृषी अधिकारी धानोरा गुरव के अनिल वानखडे, सहित कृषी विभाग के अन्य अधिकारी कर्मचारी व किसान उपस्थित थे.