अमरावतीमहाराष्ट्र

राज्य से 30 लाख गुलाबो का निर्यात

फुलों के भाव में आई गिरावट

कोल्हापुर/दि.14– पोषक मौसम और उत्पादन के उत्तम दर्जे के कारण इस वर्ष महाराष्ट्र से वैलेंटाईन-डे के लिए करीबन 30 लाख गुलाब के फुलों का निर्यात हुआ हैं. इस वर्ष विदेश और देश के अंतर्गत भाव गिरे हैं. यातायात में दुविधा न रहती तो निर्यात और बढा रहता ऐसा गुलाब फुल उत्पादकों का कहना हैं. पश्चिम महाराष्ट्र का गुलाब निर्यात काफी मात्रा में कम हुआ हैं.

प्रेमिका के पहचाने जानेवाले वेलेंटाईन-डे का दिन लाल गुलाब की मांग बढती हैं. विशेष यानी युरोपीय देश में लाल गुलाब की भारी मांग रहती हैैं. इस मांग को ध्यान में रख राज्य के गुलाब फुल उत्पादक नवंबर से काम में लगते हैं. फरवरी के शुरुआत में गुलाब फुल हाथ में आने का नियोजन गुलाब उत्पादकों द्वारा किया जाता हैं. फरवरी से विदेश में 12 फुलों के गुलदस्ते और देश के बाजारपेठो में 20 फुलों के गुलदस्ते कर बिक्री किए जाते हैं. इस वर्ष इंग्लंड, मलेशिया, इसराईल, फिलिपिन्स, ऑस्ट्रेलिया, इटली, लेबनॉन आदि देशो में 30 लाख गुलाबो का निर्यात किया गया हैं. जबकि देश में 30 लाख गुलाब का निर्यात किया गया हैं. देश अंतर्गत 50 लाख फुलों की बिक्री हुई हैं.
पश्चिम महाराष्ट्र के गुलाब उत्पादको ने अपना क्षेत्र कम किया हैं. घोडावत उद्योग समूह, श्रीवर्धन बायोटेक नामक इस बडे उत्पादक ने इस बार फुल उत्पादन से मुंह मोड लिया हैं. करीबन 20 लाख गुलाबो का निर्यात रुका हैं. फुल की खेती का बढता खर्च और मिलनेवाले भाव में घाटा होने से क्षेत्र कम किया हैं, ऐसा श्रीवर्धन बायोटेक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमेश पाटिल ने कहा. ब्रेक्झिट निती के कारण इंग्लंड ने नेदरलेंड पर काफी मर्यादा लगाई रहने से इस देश का गुलाब इंग्लंड में नहीं जाता. लेकिन इस कमी को भारतीय गुलाब उत्पादको ने दूर किया हैं. अभी भी बडा अवसर उपलब्ध हैं. शासकीय स्तर पर सहयोग की आवश्यक हैं, ऐसा इंडियन सोसायटी ऑफ फ्लोरी कल्चर प्रोफेशनल्स नामक संगठना के अध्यक्ष प्रदीप शर्मा ने कहा.

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