पानी के लिये संस्थाओं को गति मिलने व्यापक अभियान चलाये
पालकमंत्री Yashomati Thakur का जलसंपदा विभाग प्रशासन को निर्देश
अमरावती/दि.23 – किसानों को सिंचाई प्रकल्प का लाभ दिलवाकर सिंचाई का प्रमाण बढ़ाने के लिये अधिकाधिक मात्रा में पानी का इस्तेमाल करने संस्थाओं को चालना मिलना जरुरी है. इसके लिये जलसंपदा अभियंताओं को अन्य विभागों के समन्वय से जिले में व्यापक अभियान चलाने के निर्देश राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिले की पालकमंत्री एड. यशोमती ठाकूर ने दिये.
पालकमंत्री की अध्यक्षता में जिलाधिकारी कार्यालय में जिले के सिंचाई प्रकल्प के कामों बाबत समीक्षा बैठक हुई.इस समय वे बोल रही थी. बैठक में विधायक बलवंत वानखडे, विधायक प्रताप अडसड, जिलाधिकारी शैलेश नवाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमोल येडगे, अधीक्षक अभियंता रश्मी देशमुख, कार्यकारी अभियंता श्रीकांत उमप, सुनील राठी सहित अनेक उपअभियंता उपस्थित थे.
पालकमंत्री ठाकूर ने कहा कि जिले में कार्यरत पानी के इस्तेमाल की संस्थाएं अत्यल्प है. उन संस्थाओं को बढ़ाना जरुरी है. खेती के लिये सिंचन बढ़ाना आवश्यक है. यह काम मिशनमोड पर किये बगैर पूरे नहीं किये जा सकेंगे. इस कारण जलसंपदा अभियंताओं को प्रत्यक्ष फिल्ड में उतरकर यह काम पूरे करने होंगे. जिले में सिंचन का प्रमाण बढ़ाने के लिये काम करना जरुरी है.
15 जून से पूर्व काम करें
पालकमंत्री यशोमती ठाकूर ने कहा कि पानी के इस्तेमाल पर संस्थाओं को गति देने हेतु गत वर्ष की बैठक आदेश दिये थे. लेकिन उसके बाद कार्यान्वित हुई संस्थाओं की संख्या काफी कम है. इसके लिये सभी प्रकल्प अंतर्गत समाविष्ट क्षेत्रों की समीक्षा लेकर अपेक्षित काम तत्काल पूरा करें, कामों को गति देकर पाणी वापर संस्थाओं को चालना दी जाये, 15 जून से पूर्व कम से कम 100 स्थानों पर सिंचाई सुचारु होगी, इस उद्देश्य को ध्यान में रख काम करने के निर्देश पालकमंत्री ने दिये. इस काम की समीक्षा समय-समय पर लेने की बात भी उन्होंने कही.
निधी प्राप्त करवायेंगे
पाटचारे की दुरुस्ती, निर्मिति आदि कामों के लिये आवश्यक निधी प्राप्त करवाने, वासनी, गर्गा, पांढरी, निम्न चारघड, चंद्रभागा व आवश्यक उन प्रकल्पों को सुधारित प्रशासकीय मान्यता दिलवाने प्रयास किये जाने की बात उन्होंने समीक्षा बैठक में कही.
जिले में पूरे हुए प्रकल्प में एक मध्यम, 68 लघु ऐसे कुल 69 प्रकल्पों का समावेश है. निर्माणकार्य के प्रकल्प में दो बड़े, 8 मध्यम, 25 लघु प्रकल्प होने की जानकारी देशमुख ने दी.