अमरावती

रिखबचंद देवड़ा का कराया गया नेत्रदान

हरीना फाउंडेशन का उपक्रम

अमरावती/ दि.8 – बडनेरा के प्रोफेसर कालोनी में रहने वाले प्रतिष्ठित व्यवसायी महावीर मोबाइल के संचालक 65 वर्षीय रिखबचंद लीलमचंद देवड़ा (जैन) का हृदयाघात से निधन हो गया. इस दुखद समय में भी परिजनों ने परोपकार की भावना को ध्यान में रखकर नेत्रदान कराने का संकल्प लिया. इसके बाद हरीना नेत्रदान समिति के सदस्यों ने श्री नेत्रालय के डॉ पंकज लांडे के नेतृत्व में डॉ अंकुश गोलंंबे, निलेश डेंगले ,सागर सिरसाट की टीम के माध्यम से नेत्रदान की प्रक्रिया पूर्ण की. इस अवसर पर पुत्र गौरव व विशाल देवड़ा, प्रदीप जैन, नितीन कटारिया, गोविंद रुणवाल, राहुल वेदमुथा, प्रणव कडू, डॉ वरा जोशी,अमोल श्रीखंडे, हरीना फौउडेशन की ओर से अशोक दुल्हानी, रामप्रकाश गिल्डा, शरद कासट, मनीष सांवला उपस्थित थे.
विगत 12 वर्षों से हरीना नेत्रदान समिति ने नेत्रदान कराने प्रति समाज में जनजागृति का कार्य किया है. इसका परिणाम भी दिख रहा है. बडनेरा का नेत्रदान कराने से पूर्व अंजनगांव सूर्जी में नेत्रदान प्रक्रिया की गई. यहां सिंघई परिवार की ओर से भी सुवर्णाबाई का नेत्रदान कराने की इच्छा जताई गई, लेकिन मृतका की उम्र 95 वर्ष होने के कारण यह संभव नहीं हो पाया. हरीना की ओर से नेत्रदान संकल्प पूर्ण न होने पर भी सिंघई परिवार की इस परोपकार भावना की सराहना की.
हरीना फाउंडेशन की ओर से आम जनता से आग्रह किया है कि मृत्यु उपरांत भी नेत्र व शरीर के अनेक अवयवों का दान परोपकारी, शास्त्र सम्मत,पुण्य कार्य है और वैज्ञानिक द़ृष्टिकोण से उचित भी है. मृत्यु पश्चात अपने प्रियजनों की आंखें , दो व्यक्तियों के जीवन के अंधकार को दूर कर सकती है. कोई भी व्यक्ति मृत्यु की सूचना मिलते ही प्रेरणा स्त्रोत बनकर परिजनों को समझाकर इस पवित्र नेत्रदान कार्य का संदेश वाहक बन सकता है. नेत्रदान हेतु हरीना से 9823163331/9422830224 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं.

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