* जिला अधीक्षक अधिकारी को सौंपा ज्ञापन
अमरावती/ दि. 6- जिला महिला अस्पताल में मरीजों को असुविधा का सामना करना पड रहा है. इतनाही नहीं तो अस्पताल परिसर में गंदगी का साम्राज्य रहने से मरीजों के स्वास्थ्य को खतरा निर्माण हो रहा है. अस्पताल में भर्ती मरीजों को पूरी तरह सहयोग नहीं किया जा रहा. इस ओर अस्पताल प्रशासन ने ध्यान केंद्रीत कर मरीजों को सुविधाएं प्रदान करने तथा अस्पताल व परिसर में सफाई का ध्यान रखने की मांग भिम ब्रिगेड ने की है. मरीजों को हो रही परेशानी को देखते हुए भिम ब्रिगेड ने आक्रामक होकर आज जिला अधीक्षक अधिकारी तथा चिकित्सा अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा. अस्पताल में भर्ती मरीज की जानहानि होने पर इसके लिए जिम्मेदार कौन? यह सवाल भिम ब्रिगेड ने ज्ञापन में किया है.
ज्ञापन में कहा गया है कि, राजमाता जिजाउ जिला महिला अस्पताल में सफाई का अभाव दिख रहा है, जिसके कारण अस्पताल में दुर्गंध फैली है. अस्पताल में प्रवेश द्वार के सामने नाली खुली होकर कचरे से भरी है. जिसके कारण अस्पताल में आने वाली मरीज व उसके शिशु को दुर्गंध का सामना करना पडता है. विगत सप्ताह अस्पताल में प्रसुति के लिए भर्ती एक आशा वर्कर को डॉक्टरों द्वारा परेशान किया गया. एक डॉक्टर सिजेरियन करने को कहता है, वहीं सिजेरियन करने वाले डॉक्टर आज सिजर ज्यादा होने की बात कहकर वॉर्ड में वापस भेज देते है. तथा अगले दिन भी घंटो बैठाकर रखते है. इसी तरह अस्पताल में मरीजों के साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया जा रहा.अपने पद का सही उपयोग कर मरीजों को सुविधाएं प्रदान की जाए ताकि उनके परिजनों को तकलीफ नहीं होगी. मरीजों की सुविधा का ध्यान नहीं रखा गया तो भिम ब्रिगेड संगठनद्वारा तीव्र आंदोलन छेडने की तैयारी दर्शायी गई है. ज्ञापन देते समय संगठन के संस्थापक अध्यक्ष राजेश वानखडे, महासचिव विक्रम तसरे, सतीश दुर्योधन, नितीन काले, अंकुश आठवले, विजय मोहोड, गौतम सवई, केवल हिवराले, विजय खंडारे, शरद वाकोडे, कबीर सारवान, अविनाश जाधव, उमेश कांबले, मनोज चक्रे, प्रशिक गोंडाणे, अजय तायडे, प्रवीण वानखडे, उमेश वंजारी, राहुल तायडे, संगोपाल खंडारे, बाबाराव धुर्वे, आदर्श शिंपी, सचिन वाकोडे, नंदू शिर्डीवार मौजूद थे.