अकोलाअमरावती

दानापुर मामले की निष्पक्ष जांच की जाए

जनाधिकार पार्टी की राज्यपाल से मांग

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२७ – चांदूर रेलवे तहसील के दानापुर में जातिय अन्याय के निषेधार्थ 100 से अधिक लोगों ने स्थलांतर करने का निर्णय लिया था. अनेक सामाजिक संगठनाओं और पुलिस प्रशासन ने प्रत्यक्ष गांव जाकर पीडितों के साथ चर्चा कर उन्हें वापस गांव भेजा. फिर भी इस मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग को लेकर जनाधिकार पार्टी की ओर से जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को निवेदन भेजा गया.
निवेदन में बताया गया है कि, जातिय अन्याय के शिकार दानापुर के 100 लोगों को अपने परिवार के साथ गांव छोडकर स्थलांतर करने का निर्णय लेना पडा था. इन सभी लोगों ने एक तालाब के पास अस्थायी झोपडियां बनाकर रहना शुरु किया था और गांव नहीं लोैटने का निर्णय लेेकर आंदोलन शुरु किया था.
बता दें कि, दानापुर में रहने वाले पीडित परिवारों के खेत परिसर की पगडंडी मार्ग को कुछ असामाजिक तत्वों ने बंद कर दी थी. जिससे उनके खेती बाडी के काम प्रभावित हो रहे थे.ऐन बुआई के समय ट्रैक्टर रोककर जातिगत गालीगलौज करने का भी आरोप उन्होंने लगाया था. जिसके बाद इन 100 परिवारों ने आंदोलन शुुरु किया था. जिसकी दखल लेकर सामाजिक संगठनों व पुलिस प्रशासन ने उन्हे समझा बुझाकर वापस गांव भेजा. इसलिए इस मामले की सीआईडी के मार्फत जांच करने की मांग की गई है. निवेदन सौंपते समय जनअधिकार पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष वासुदेव चौधरी, जयकृष्णा तायडे, प्रभाकर वानखडे, ज्ञानेश्वर बनकर, प्रकाश कोकणे, किशोर वानखडे, गजानन मुदगल, युवराज गजभिये मौजद थे.

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