15 हजार रुपए में दिये फर्जी जन्म प्रमाणपत्र
मनसे का सीधा आरोप, शासन को ज्ञापन
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* प्रशासन में हडकंप
अमरावती/दि.20 – तहसील कार्यालय अंतर्गत आवश्यक कागजपत्र की जांच न करते हुए कुछ प्रमाणपत्र प्रत्येकी 15 हजार रुपए में दिये रहने की शिकायत मनसे के शहराध्यक्ष धीरज तायडे ने मंगलवार को शासन के पास की है. इस शिकायत को लेकर राजस्व प्रशासन में हडकंप मच गया है.
अमरावती तहसील कार्यालय में जिलाधिकारी ने प्राधिकृत किये तहसीलदार ने जन्म प्रमाणपत्र न देते हुए नायब तहसीलदार द्वारा दिये गये है. तहसीलदार प्राधिकृत रहते नायब तहसीलदार को यह अधिकार किसने दिया, ऐसा सवाल धीरज हिवसे ने किया है. दलालों को यहां पर सीधा प्रवेश है और उन्हीं के जरिए प्रत्येक 15 हजार रुपए लेकर केवल आधार कार्ड पर अखबारों के जाहीरनामा का आधार लेकर कुछ बांग्लादेशी नागरिकों को जन्म प्रमाणपत्र देने का आरोप शिकायत में किया गया है. अधिकांश प्रकरणों में टीसी नहीं है. जिन प्रकरणों में टीसी जोडी गई है, उस पर कांटछांट है. साथ ही मुहर नहीं है. पटवारी, मंडल अधिकारी अथवा मनपा के कर्मचारियों की गृह जांच रिपोर्ट नहीं है. कुछ प्रकरण में आउट वर्ड जैसा ही है. अनेक प्रकरणों में जोडी गई टीसी और आधार कार्ड दूसरे जिले की रहने से गलत लोगों को जन्म व मृत्यु के प्रमाणपत्र देने के आरोप शिकायत में किया गया है. इस शिकायत पर प्रशासन कौन सी कार्रवाई करती है. इस ओर सभी का ध्यान केंद्रीत है.
* दोषी पाये जाने पर कार्रवाई
कार्यकारी दंडाधिकारी रहने से नायब तहसीलदार के हस्ताक्षर वाले प्रमाणपत्र है. इन सभी प्रकरणों की जांच व दस्तावेजों की जांच की जाने वाली है. इसमें कुछ गलत पाये जाने पर दोषियों पर कार्रवाई निश्चित होगी.
– अनिल भटकर,
एसडीओ तथा आरडीसी.