* पहचान पत्र मांगते ही भागे आरोपी
अकोला /दि.30- खुद को ईडी का पथक बताते हुए मुंबई स्थित झवेरी बाजार में छापा मारकर नकली अधिकारियों द्बारा एक व्यापारी को लूटे जाने का मामला अभी ताजा ही था कि, अकोला जिलांतर्गत अकोट शहर में रहने वाले कपडा व्यवसायी के यहां ईडी के फर्जी पथक ने शनिवार 28 जनवरी को छापा मारा. इस समय व्यापारी ने काफी सावधानी व सतर्कता बरती और अपने घर छापा मारने आए पथक मेें शामिल लोगों से उनकी सहकारी पहचान पत्र मांगे. जिससे घबराकर ईडी के फर्जी अधिकारी वहां से भाग निकले.
बता दें कि, इस समय प्रवर्तन निर्देशालय यानि ईडी द्बारा समूचे राज्य में जमकर कार्रवाईयां की जा रही है. जिसके चलते अच्छा खासा हडकंप मचा हुआ है. इसी दौरान अकोट शहर के सिंधी कैम्प में रहने वाले मुरली चावला नामक कपडा व्यवसायी के घर के सामने 28 जनवरी की दोपहर 2 वाहन आकर रुके और इन दोनों वाहनों में से 8 लोग नीचे उतरकर सीधे चावला के घर में घुसे. जिन्होंने खुद को ईडी का अधिकारी बताकर चल-अचल संपत्ति से संबंधित जानकारी और तिजोरी को लेकर सवाल पूछना शुरु किया. साथ ही पथक में शामिल कुछ लोगों ने घर में रखे साजो सामान को इधर-उधर करते हुए कुछ खोजने का प्रयास भी करना शुरु किया. इस समय मुरली चावला ने अपने घर में पुलिस की वर्दी पहनकर घुसे लोगों से उनके सरकारी पहचान पत्र दिखाने की मांग की और अपने चार्टड अकाउंटंट को बुलाने की बात कहीं. इस समय पुलिस की वर्दी पहने लोगों ने चावला पर अपना रौब जमाने का प्रयास किया. लेकिन इस पथक को लेकर संदेह रहने के चलते चावला परिवार ने पूरी हिम्मत दिखाकर पहचान पत्र दिखाने और घर का दरवाजा खोलने की जिद करनी शुरु की. जिसके चलते पथक में शामिल सभी लोग कुछ देर के लिए भौचक हो गए और चकरा गए. साथ ही चावला परिवार का दबंग अंदाज देखकर इस पथक में शामिल एक व्यक्ति ने अपनी जेब से एक कागज निकाला. जिसे देखकर कहा कि, उन्हें हकीकत में किसी चावडा के यहां छापा मारना था और चावडा और चावला शब्द को लेकर संभ्रम होने के चलते वे गलती से चावला परिवार के यहां आ गए. इतना कहने के साथ ही सभी लोग तुरंत घर से बाहर निकले और अपने दोनों वाहनों में बैठकर मौके से भाग गए. पश्चात इस मामले की जानकारी मिलते ही अकोट के व्यापार क्षेत्र में इसे लेकर अच्छी खासी चर्चाएं होनी शुरु हो गई. साथ ही यह मामला अब पुलिस के पास भी पहुंच गया है.
* बडा अनर्थ टल गया
अधिकारियों द्बारा अपने कथित छापे का प्रयास असफल होने के बाद पकडे जाने के भय की वजह से चावला परिवार के सदस्यों पर जानलेवा हमला भी किया जा सकता था. लेकिन चावला परिवार के सदस्य भी पूरी तरह से सावधान व सतर्क थे. जिसे देखते हुए फर्जी पथक ने भी होशियारी दिखाकर चावडा व चावला सरनेम की गलती और संभ्रम वाली वजह को आगे किया और मौके से निकल जाने में अपनी भलाई समझी.
सीबीआई, सीआईडी व पुलिस के नाम पर लोगों के घर पर छापा डालकर या उन्हें बीत रास्ते में रुकवाकर उनके पास रहने वाली कीमती वस्तूएं व नगद रकम चुराएं जाने की कई घटनाएं आए दिन घटित होती है. लेकिन अकोट निवासी मुरली चावला का अकोट में रेडीमेड कपडों का होलसेल व्यापार है और वे रोजाना लाखों रुपयों का व्यवसाय करते है. ऐसे में उन्हें आर्थिक जांच को लेकर सरकारी कामकाज की पद्धति के बारे में अच्दी तरह से जानकारी है. जिसके चलते उनके द्बारा दिखाई गई सतर्कता के सामने ईडी के फर्जी पथक की कोई होशियारी नहीं चल पायी.
खुद को ईडी का पथक बताने वाले लोग सफेद व ग्रे रंग वाले दो वाहनों में सवार होकर आए थे. ऐसी चर्चा सिंधी कैम्प परिसर मेें है. साथ ही इस पथक में शामिल 3-4 लोगों ने महाराष्ट्र पुलिस की तरह वर्दी पहनी थी. वहीं अन्य 4-5 लोगों ने अधिकारियों की तरह बडी रुबाबदार पोशाख पहनी थी, ऐसी जानकारी भी सामने आयी है.
यदि इस मामले की जानकारी समय रहते अकोट पुलिस को मिल जाती, तो पुलिस द्बारा ईडी के फर्जी पथक को पकडने के लिए तुरंत ही प्रयास किया जा सकता था, लेकिन खुद को ईडी का पथक बताने वाले लोगों ने अपने आपको फंसता देख तुरंत ही सरनेम गलत हो जाने का संभ्रम पैदा किया. जिसके बाद वे मौके से निकल भागने में सफल भी रहे.