अमरावतीमहाराष्ट्रमुख्य समाचार

अमरावती एमआईडीसी में नकली शराब की फैक्टरी पकडी गई

11 लाख के माल सहित तीन गिरफ्तार, मास्टर माइंड फरार

* 3400 बोतलें और मशीनरी, कार जब्त
* छापे को छिपाने आये राजनेता के फोन?
* फैक्टरी मालिक चेतन हिरुलकर ने भाडे से दे रखा था गोदाम
अमरावती/दि.9 – पुलिस की अपराध शाखा यूनिट-1 ने गोपाल नगर एमआईडीसी में ई-26 प्लॉट पर पिछले तीन माह से संचालित नकली देशी शराब की फैक्टरी का गुरुवार रात भांडाफोड किया. 11 लाख के माल व मशीनरी सहित तीन लोगों को बंदी बनाया गया है. अब माल कहां कहां और किसके माध्यम से सप्लाई किया जाता तथा अन्य जानकारी पुलिस पडताल कर रही है. यह जानकारी सीपी नवीनचंद्र रेड्डी ने आज दोपहर आयोजित प्रेसवार्ता में दी. इस समय उनके साथ तीनों डीसीपी कल्पना बारवकर, सागर पाटिल, गणेश शिंदे और अपराध शाखा के निरीक्षक व अन्य अधिकारी उपस्थित थे. अमरावती मंडल को मिली जानकारी के अनुसार एक बडे राजनेता का इस मामले को रफा-दफा करने के लिए पुलिस अधिकारियों को फोन आये थे. तथापि पुलिस के आला अफसरान ने इसकी तत्काल पुष्टि नहीं की थी. पुलिस द्वारा यह पर्दाफाश करने से शहर और जिले में खलबली मची है. उसी प्रकार नाना प्रकार के प्रश्न भी उपस्थित किये जा रहे हैं.
* मिली गोपनीय सूचना, तत्काल रेड
सीपी रेड्डी ने मीडिया को बताया कि, अपराध शाखा यूनिट-1 को रात 10 बजे गोपनीय सूचना मिली कि, एमआईडीसी के कारखाने में एक जगह धडल्ले से नकली देशी दारु बनाई और यहां-वहां सप्लाई की जा रही है. इस दस्ते ने बगैर समय गंवाए जगह का पता लेकर छापा मारा. आबकारी विभाग को भी साथ लिया.
* बॉबी संत्रा व टैंगो पंच का माल
पुलिस ने ई-26 फैक्टरी पर जाकर रेड की तो वहां आरोपी हर्षवर्धन रमेश सपकाल (42, मोती नगर, बगीचे के पास), सागर सुरेश तिवारी (43, लॉर्डस होटल के पीछे, गणपति नगर) और योगेश विकास प्रधान (24, किरण नगर) को पकडा. यह तीनों उक्त जगह पर देशी दारु बॉबी संतरा और देशी दारु टैंगो पंच कंपनी का नकली माल बनाते समय रंगेहाथ पकडे गये. जब पुलिस ने अचानक छापा मारा, तो उपरोक्त आरोपी माल तैयार कर रहे थे. उन्होंने भागने की कोशिश नहीं की. पुलिस और आबकारी दस्ते ने जब्ती की कार्रवाई की और अधिकारियों ने मुख्य आरोपी सपकाल और उसके साथियों से अलग-अलग पूछताछ की.
* नगर जिले की फैक्टरी की नकल
पुलिस ने बताया कि, नगर जिले की सहकार महर्षि शंकरराव कोल्हे चीनी मिल में संजीवनी डिस्टीलरी में बॉबी संत्रा और टैंगो पंच यह देशी दारु बनती है. उसी की नकल यहां की जा रही थी. इसके लिए भिवंडी से मशीनरी और कच्चा माल लाये जाने की प्राथमिक जानकारी देते हुए बताया गया कि, उपरोक्त कंपनी के समान हूबहू नकली शराब बनाये जाते रंगेहाथ पकडे गये.
* इको स्पोर्ट कार से करते सप्लाय
पुलिस के अनुसार आरोपियों ने तैयार नकली माल इको स्पोर्ट कार एमएच 35 पी 5919 से जिले में अवैध रुप से चिल्लर विक्रेताओं को सप्लाई करते थे. आरोपियों से 90 मिली नकली देशी दारु से भरी 3400 बोतल, 35 लीटर फार्माग्रेड अल्कोहोल से भरे 21 कैन, गोल्डर ऑरेंज फ्लेवर की 5 लीटर की 7 कैन, विभिन्न मशीनरी, प्रिंटींग सामग्री और कार सहित 10 लाख 90 हजार का माल जब्त किये जाने की जानकारी पुलिस ने दी. पुलिस ने बताया कि, दिन में उक्त जगह पर ताला नजर आता और रात में ही उक्त फैक्टरी में लाइट जलती दिखाई देती थी. पुलिस इसके मास्टर माइंड की तलाश में जुटी है.
* मोहल्लों में बेचते थे
इस बीच अमरावती मंडल को सूत्रों ने बताया कि, नकली देशी शराब की विक्री उपरोक्त आरोपी और उनकी श्रृंखला मोहल्लों में जाकर चिल्लर विक्रेताओं को बेचते थे. असली क्वॉर्टर की 120 एमएल की बोतल 70 रुपए कीमत है. जबकि नकली माल यह आरोपी कम दाम में सप्लाई करने की संभावना है. विक्रेता को अधिक मुनाफा का लालच दिखाया जाता. गत 6 माह से यह गोरखधंधा चलने की जानकारी पुलिस और आबकारी विभाग ने दी.
* अमरावती में अधिकृत डीलर
कोपरगांव की डिस्टीलरी के उपरान्त ब्रॉन्ड बॉबी संतरा और टैंगो पंच के अमरावती में अधिकृत होलसेल डीलर अग्रवाल एसोसिएट, आडवाणी एजेंसी, नवजीवन एजेंसी और परतवाडा की प्रकाश लीकर्स है.
* टीम को रिवॉर्ड
सीपी रेड्डी ने बताया कि, एसीपी दत्तात्रय भवर के मार्गदर्शन में अपराध शाखा यूनिट-1 के निरीक्षक गोरखनाथ जाधव, सपोनि मनीष वाकोडे, योगेश इंगले, अनिकेत कासार, उपनि प्रकाश झोपाटे, हवालदार फिरोज खान, सिपाही सूरज चव्हाण, अमोल मनोहर, निखिल गेडाम, अनिकेत वानखडे, फोटोग्राफर सुधीर गुडधे, चालक अलीमोद्दीन खतीम ने उक्त कार्रवाई को अंजाम दिया. सीपी रेड्डी ने टीम को रिवॉर्ड देने की घोषणा की है.
* एमआईडीसी एसो. को बुलाएगी पुलिस
सीपी रेड्डी ने यह भी बताया कि, नकली शराब कारखाने का औद्योगिक क्षेत्र में होना सवाल उठाता है. ऐसे में आवश्यकता पडी, तो पुलिस एमआईडीसी एसो. के पदाधिकारियों से पूछताछ करेगी.
kiran-paturkar-amravati-mandal
* कडी कार्रवाई होनी चाहिए – पातुरकर
एमआईडीसी एसो. के अध्यक्ष किरण पातुरकर से अमरावती मंडल ने बात की, तो उन्होंने बताया कि, उक्त प्लॉट चेतन हिरुलकर का है, जो उन्होंने हर्षवर्धन सपकाल को 6 माह पहले किराये से दिया था. बावजूद इसके गोदाम पर हमेशा बाहर से ताला ही नजर आता था. पातुरकर ने कहा कि, इस प्रकार गलत काम करने वालों पर पुलिस और संबंधित विभाग को कडा से कडा एक्शन लेना चाहिए. कडी कार्रवाई होनी चाहिए. पातुरकर ने कहा कि, एमआईडीसी के सदस्यों को भी अपनी जगह या गोदाम किराए से लेने से पहले उसके उत्पाद आदि के बारे में पूछताछ करनी चाहिए. अमरावती मंडल को मिली जानकारी के अनुसार चेतन हिरुलकर इस गोदाम में बगल में ही अपना वर्कशॉप चलाता है. उसने कुछ माह पहले सपकाल को जगह भाडे पर दी थी.

* लीज होगी कैंसल
एमआईडीसी क्षेत्र में गैरकानूनी गतिविधि बिल्कुल नहीं की जा सकती. इसी प्रकार शराब बनाने का कारखाना नहीं चलाया जा सकता. हिरुलकर से सपकाल ने किराए पर फैक्टरी का एक हिस्सा लिया था. उसका एमआईडीसी में पंजीयन नहीं होने की जानकारी मिल रही है. जिससे एमआईडीसी द्वारा कारखाने के लिए दी गई लीज कैंसल की जा सकती है. फैक्टरी के मूल मालिक चेतन हिरुलकर बार-बार उक्त जगह को किराए पर चढा देता था, यह जानकारी भी मिल रही है.

* दर्जनों कारखाने भाडे पर, एमआईडीसी को खबर नहीं
महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम एमआईडीसी को खबर किये बगैर और उसकी अनुमति न लेते हुए अनेक कारखाने या उनकी जगह किराए पर चल रहे हैं. जबकि एमआईडीसी की अनुमति आवश्यक है. फिर भी यह धंधा भी एमआईडीसी में सभी जगह धडल्ले से हो रहा है. नियमानुसार एमआईडीसी में यह जगह उद्योजक को करारानुसार निर्धारित समय के लिए लीज पर दी होती है. जगह पर स्वामित्व एमआईडीसी का ही होता है. बावजूद इसके फैक्ट्रीयां न चलने के बाद उन्हें अधबीच में बंद कर जगह को किराए पर चढाया जा रहा है. जो कि सरासर कानून सम्मत नहीं है. इसके पीछे भी अधिकारियों और उद्योजकों की मिलीभगत के आरोप लग रहे हैं.

* आबकारी विभाग की जब्ती की ऑन स्पॉट रिपोर्ट
1) नीले रंग के प्रत्येकी 200 लीटर क्षमता के खाली प्लास्टिक के 15 ड्रम
2) बॉक्स बनाने के लिए पृष्ठों के बंडल
3) 90 मिली क्षमता के खाली प्लास्टिक बोतल के 29 बॉक्स(एक बॉक्स मेें 1356 बोतल) कीमत अंदाजन 55053 रु.
4) 35 लीटर क्षमता के कुल 21 प्लास्टिक कॅन जिसमें फार्माग्रेस अल्कोहोल रहने वाले कीमत अंदाजन 1,10,250 रुपए
5) बॉक्स के अंदर पार्टिशन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पृष्ठ जैसे 13 पीले रंग के प्लास्टिक के बोरे. बाएं ओर जाने पर खाली पृष्ठ के बॉक्स का ढेर लगा दिखाई दिया.
6) पांच लीटर क्षमता के नीले रंग की 7 प्लास्टिक कैन जिसमें फ्लेवर पदार्थ होकर जिसके बाहरी ओर गोल्डन ऑरेंज (डब्ल्यूएफएफ) ऐसा लेबल रहने वाले जिसकी कीमत अंदाजन 3745 रुपए.
7) 35 लीटर क्षमता की कुल 36 खाली प्लास्टिक कैन जिसके बाहरी हिस्से में वीआरएल नामक ट्रांसपोर्ट कंपनी के लेबल के साथ, जिसकी जिसकी कीमत अंदाजन 7400 रुपए.
8) 1 हजार लीटर क्षमता की दो प्लास्टिक की पानी की टंकी आर ओ मशीन के साथ
9) एक बडा प्लास्टिक का कूलर रखे इस फॅक्टरी के पश्चिम उत्तर कोने में 30 बाय 30 फुट की एक टीन की रूम होकर इस रुम के अंदर प्रवेश करने पर
10) एक 1000 लीटर क्षमता की स्टील की टंकी जिसकी कीमत अंदाजन 8000 रुपए.
11) एक स्टील की बॉटल फिलींग मशीन (बॉटल भरने के लिए) कीमत अंदाजन 10 हजार रुपए
12) एक लोहे की कॅपींग मशीन (बोतल को ढक्कन लगाने के लिए) कीमत अंदाजन 11 हजार रुपए
13) बोतल को लगाने के लिए इस्तेमाल में लाए जाने वाले बॉबी कंपनी के ढक्कन के 5 बॉक्स (प्रत्येक बॉक्स में 10 हजार ढक्कन) जिसकी कीमत अंदाजन 33 हजार रुपए.
14) बोतल को लगाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले टैगो कंपनी के ढक्कन के 4 बॉक्स, प्रत्येक बॉक्स में 10 हजार ढक्कन, कीमत अंदाजन 26400 रुपए.
15) बॉबी व गोल्डन टँगो कंपनी के प्लास्टिक के सेलोटे लगे 10 बॉक्स, कीमत अंदाजन 35000 रुपए
16) स्क्रीन प्रिंटिंग के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला बोर्ड जिसपर बॉबी और संजीवनी देशी दारू संजीवनी डिस्टीलरी सहकार महर्षि शंकरराव कोल्हे सहकारी साखर कारखाना लि. ता. कोपरगाव जि. अहमदनगर महाराष्ट्र 90 मि.ली.÷100 घाउक बिक्री की. किंमत रूपये बेंच नं. का काळजीपुर्वक हाताला ऐसा दर्ज किया हुआ. कीमत अंदाजन 500 रुपए.
17) प्रिटिंग के लिए इस्तेमाल में आने वाली काली स्याही की प्लास्टिक बकेट व स्क्वीझी कीमत अंदाजन 1500 रुपए
18) लेबल पर बॅच नंबर डालने के लिए उपयोग में आने वाली मशीन (इंजेक्ट प्रींटर मशीन) कीमत 48 हजार रुपए
19) टेपपट्टी चिपकाने के लिए उपयोग में आने वाली मशीन कीमत 500 रुपए
20) कांच की मेजरींग कॅप कीमत 200 रुपए
21) पीले रंग के प्लास्टिक के हायड्रो मीटर, कीमत अंदाजन 200 रुपए
22) बोतल पर लगाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले टॅगो पंच, देशी दारू बॉबी संत्रा, व देशी दारू गोल्डन संत्रा कंपनी के लेबल वाला बॉक्स कीमत अंदाजन 20 हजार रुपए
23) सानिका इंटरप्राइजेस प्रोप्राइटर ऐसा दर्ज किया रबर स्टॅम्प कीमत 500 रुपए
24) 90 मिली क्षमता की नकली संजीवणी देशी दारू बॉबी संत्रा कंपनी की बोतल ऐसे कुल 34 बॉक्स (प्रत्येक बॉक्स में 100 बोतल) कीमत अंदोजन 1 लाख 19 हजार रुपए
25) अवैध शराब यातायात के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सफेद रंग की पुरानी इको स्पोर्ट कार क्र. एमएच 35 पी 5919 कीमत अंदाजन 6 लाख रुपए आदि सामग्री जब्त की गई.
इस सामग्री के आधार पर आरोपी हर्षवर्धन सपकाल और उसका साथीदार सागर तिवारी व योगेश प्रधान की मदद से फैक्टरी में देशी शराब बॉबी संतरा और देशी शराब टैगो मंच नाम की नकली शराब बिक्री व अवैध तरीके से शराब निर्मिती करने की पुष्टि होने पर तीनों आरोपी को हिरासत में लिया गया.

Related Articles

Back to top button