58 किमी तक पीछा करते हुए पकडी गई नकली बीजों की खेप
एलसीबी व कृषि विभाग की संयुक्त कार्रवाई में एचटीबीटी बीज के 154 पैकेट जब्त
* 2 के खिलाफ मामला दर्ज, मामले की जांच जारी
अमरावती/दि.1 – पूरे देश में प्रतिबंधित रहने वाले एचटीबीटी कपास के बीजों को शहर में विक्री करने हेतु लाये जाने की जानकारी मिलते ही कृषि विभाग व पुलिस की सहायता लेकर बीजों की खेप और बीज तस्करों को पकडा. विशेष उल्लेखनीय यह है कि, इस कार्रवाई के लिए कृषि विभाग व पुलिस के संयुक्त पथक को आरोपियों का करीब 58 किमी तक पीछा करना पडा. जिसके बाद पकडे गये दो लोगों के खिलाफ तीवसा पुलिस थाने में अपराधिक मामला दर्ज किया है. इस कार्रवाई में जब्त बीजों औरवाहन की कीमत 11 लाख 50 हजार रुपए बतायी गई है. साथ ही इसे जारी खरीफ सीजन के दौरान सबसे बडी कार्रवाई बताया गया है. वहीं पकडे गये आरोपियों के नाम अशोक गुलाबराव भाटे (40, देशमुख लॉन) व शिवप्रकाश जनार्दन तायडे (39, नांदूरा) को पकडा गया है.
जानकारी के मुताबिक प्रतिबंधित एचटीबीटी बीजों की खेप लेकर शुक्रवार की दोपहर एक वाहन अकोला से अमरावती की ओर आ रहा है, ऐसी जानकारी अमरावती के एचएओ राहुल सातपुते को प्राप्त हुई थी और पता चला था कि, उन बीजों की विक्री अमरावती शहर सहित जिले के ग्रामीण इलाकों में ही होने वाली है. ऐसे में एसएओ राहुल सातपुते ने इसकी सूचना ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद को देते हुए कार्रवाई हेतु पुलिस पथक देने का निवेदन किया. जिसके चलते ग्रामीण एसपी ने एलसीबी का पथक कृषि विभाग के सहयोग हेतु भेजा. पश्चात कृषि एवं पुलिस विभाग के संयुक्त पथक ने शुक्रवार की दोपहर लोणी गांव के निकट अपना जाल बिछाया. जहां पर एक संदेहित वाहन आता दिखाई देते ही उसे रोकने का इशारा किया गया. परंतु उक्त वाहन इस पथक को चकमा देकर वहां से भाग निकला. ऐसे में कृषि व पुलिस विभाग के संयुक्त पथक ने उस वाहन का पीछा करना शुरु किया और लगभग 58 किमी तक पीछा करने के बाद उक्त वाहन को मोझरी के पास पकडा गया. उस समय वाहन में अशोक भाटे व शिवप्रकाश तायडे नामक दो लोग सवार थे. साथ ही इस वाहन से एचटीबीटी कपास के 154 पैकेज जब्त किये गये. बीज की इस खेप को बुलढाणा जिले में नांदूरा से अमरावती शहर सहित जिले में विक्री हेतु लाया गया था, ऐसी प्राथमिक जानकारी जांच के दौरान सामने आयी. जिसके आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेने के साथ ही इर्टीगो कार क्रमांक एमएच-28/बीक्यू-6606 सहित 154 पैकेट बीजों को जब्त किया.
* एचटीबीटी का जीन होता है घातक
एचटीबीटी कपास के बीज को राज्य ही नहीं, बल्कि पूरे देश में प्रतिबंधित किया गया है. इस बीज में तणविरोधी जीन है. जिसके चलते इस कपास पर तणनाशक फवारणी करने पर कपास का झाड नहीं मरता. वहीं अन्य बीटी कपास के झाडों पर तणनाशक की फवारणी करने पर कपास का झाड नष्ट होने का खतरा रहता है. परंतु एचटीबीटी के बीज में रहने वाला जीन जब अन्य तणनाशक के साथ एकत्रित होता है, तो वह सुपर तण को तैयार करता है, जो किसी भी तणनाशक से नष्ट नहीं होता. साथ ही वह बेहद घातक भी साबित होता है. इसके अलावा एचटीबीटी का जीन इंसानी स्वास्थ्य के लिए भी बेहद घातक साबित हो सकता है. इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए एचटीबीटी बीज को पूरे देश में प्रतिबंधित किया गया है. लेकिन इसके बावजूद भी चोरी-छीपे तरके से इस बीच का उत्पादन व वितरण किया जाता है. ऐसे में कृषि विभाग द्वारा संबंधितों के खिलाफ नजर रखते हुए कडी कार्रवाई की जाती है.