* खुद को सैनिक बताकर कोचिंग क्लासेस संचालकों को चूना लगाने की कोशिश
* पाल्यों की एडमिशन का झांसा देकर फीस भरने के नाम पर हासिल कर रहे अकाउंट डिटेल
* पलक झपकते ही कोचिंगवालों के बैंक खाते हो सकते हैं साफ
अमरावती/दि.22– इन दिनों बेहद शातिर रहनेवाले साईबर अपराधियों द्वारा ऑनलाईन ठगबाजी करने हेतु नये-नये फंडे अमल में लाये जा रहे है. जिसके तहत अब तक साईबर अपराधियों द्वारा खुद को बैंक अधिकारी बताकर लोगों को फोन करते हुए बैंक खाते की केवायसी अपडेट करने या बैंक खाते के बंद होने की बात कहते हुए उनसे अकाउंट डिटेल मांग कर उनके बैंक खातों की रकम उडाई जाती थी. वहीं अब साईबर अपराधियों ने ऑनलाईन लूट की घटना को अंजाम देने हेतु एक नया तरीका ढूंढ निकाला है. जिसके तहत भारतीय सेना के नाम का प्रयोग करते हुए निजी कोचिंग व ट्युशन क्लासेस के संचालकों को निशाना बनाया जा रहा है.
इस संदर्भ में शहर की एक नामांकित निजी कोचिंग क्लासेस के संचालक ने अपना नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर दैनिक अमरावती मंडल को बताया कि, उन्हें अब तक चार अलग-अलग नंबरों से कई बार उनके मोबाईल पर फोन कॉल आ चुकी है. दूसरी ओर से बातचीत करनेवाला व्यक्ति खुद को भारतीय सेना में कार्यरत बताता है. साथ ही यह कहता है कि, उसका परिवार अमरावती में रहता है और उसके बच्चे फलां-फलां स्कुल, कॉलेज या क्लास में पढते है. जिनकी कोचिंग हेतु उसे ट्युशन लगवानी है. सैनिकों के पाल्यों हेतु फीस अदा करने के लिए भारतीय सेना द्वारा एक विशेष फंड दिया जाता है. अत: आप अपना अकाउंट नंबर व डिटेल्स दे दिजीये, ताकि भारतीय सेना के विशेष फंड से आपके अकाउंट में पैसा ट्रान्सफर किया जाये. इस निजी कोचिंग क्लास संचालक द्वारा इसमें से एक कॉलकर्ता को अपना गूगल पे व फोन पे नंबर उपलब्ध कराने पर दूसरी ओर से कहा गया कि, आप खुद अपने नंबर से हमारे नंबर पर ‘हाय’ का मैसेज और एक रूपये का ट्रान्सफर करें, जिसके बाद हम आपके अकाउंट में ट्युशन फीस की रकम ट्रान्सफर करेंगे.
इस पूरे मामले को लेकर संबंधित कोचिंग क्लास संचालक को संदेह हो गया. अत: उन्होंने संबंधित व्यक्ति के नंबर पर कोई संदेश या एक रूपया नहीं भेजा. बल्कि इसे लेकर अन्य कोचिंग क्लासेस के संचालकों को जानकारी देते हुए सचेत व जागरूक करना शुरू किया. जिसके बाद पता चला कि, शहर के अन्य कई कोचिंग व ट्युशन क्लासेस के संचालकों को भी इसी तरह की कॉल आ चुकी है. हालांकि सौभाग्य से अब तक शहर में कोई भी कोचिंग या ट्युशन क्लास संचालक इन साइबर अपराधियों के हाथों ठगबाजी का शिकार नहीं हुआ है. किंतु चूंकि सभी लोग साईबर अपराधों को लेकर जागरूक नहीं रहते और छोटे व मध्यम स्तर वाली कोचिंग व ट्युशन क्लासेस के संचालक अधिक से अधिक एडमिशन प्राप्त करने हेतु लालायित भी रहते हैं. ऐसे में बहुत संभव है कि, कोई न कोई कोचिंग या ट्युशन क्लास संचालक इन साईबर अपराधियों द्वारा दी जानेवाली लालच के जाल में फंस जाये, जिसके बाद इन साईबर अपराधियों द्वारा संबंधित व्यक्ति के बैंक खाते को पलक झपकते ही साफ कर दिया जाये. अत: जहां एक ओर सभी निजी कोचिंग व ट्युशन क्लासेस के संचालकों को सतर्क व सचेत रहने की जरूरत है. वहीं दूसरी ओर शहर पुलिस आयुक्तालय की साईबर सेल द्वारा भी इस मामले की ओर ध्यान दिये जाने और ऑनलाईन ठगबाजों के गिरोह को पकडे जाने की सख्त जरूरत है. क्योंकि इन दिनों ऑनलाईन ठगबाजी की वारदातें काफी अधिक बढ गई है.
* इन मोबाईल नंबरों से की जा रही है कॉल
8475854172
8280779685
7478659030
8463805963