अवैध निर्माण के खिलाफ आवाज उठाने पर फिरौती की झूठी शिकायत
किरण गुडधे ने बिल्डर राजेश तलरेजा के आरोप पर किया पलटवार
* मनपा की ओर से मामले की जांच करते हुए फ्लैट धारकों को नोटीस जारी होने की बात भी कही
* प्रोफेसर कालोनी के जानकी रेसिडेंसी में तय से अधिक निर्माण होने का लगाया आरोप
अमरावती/दि.28 – गत रोज अमरसुख बिल्डर के संचालक राजेश अमरलाल तलरेजा ने मनपा आयुक्त के नाम ज्ञापन जारी करते हुए आरोप लगाते हुए उनके द्वारा 6 वर्ष पहले प्रोफेसर कालोनी में बनाये गये जानकी रेसिडेंसी नामक अपार्टमेंट को लेकर झूठी शिकायतें करते हुए किरण गुडधे उनसे धन उगाही करने का प्रयास कर रहे है. जबकि किरण गुडधे का उस अपार्टमेंट से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है. ऐसे में खुद पर लगे आरोपों को लेकर स्पष्टीकरण देने के साथ ही पलटवार करते हुए किरण गुडधे ने बताया है कि, राजेश तलरेजा ने मनपा के कुछ अधिकारियों के साथ मिलीभगत करते हुए जानकी रेसिडेंसी में मंजूर नक्शे के अलावा बडे पैमाने पर अतिरिक्त निर्माण किया है. साथ ही इमारत के पीछे सरकार द्वारा बगीचे के लिए आरक्षित जगह पर निर्माण करने के साथ ही गंदे पानी के निकासी हेतु योग्य उपाय योजना नहीं की गई है. जिससे परिसरवासियों को काफी तकलीफों का सामना करना पड रहा है. इसके बारे में शिकायत मिलने पर उन्होंने इस संदर्भ में मनपा आयुक्त व सहायक संचालक नगर रचना कार्यालय के पास शिकायत दी थी. जिसके बाद मनपा प्रशासन ने बाकायदा जांच शुरु करते हुए राजेश तलरेजा सहित जानकी रेसिडेंसी में रहने वाले फ्लैट धारकों के नाम नोटीस जारी की है. इससे बौखलाकर राजेश तलरेजा अब फिरौती मांगे जाने के झूठे आरोप लगा रहे है.
गत रोज फिरौती मांगे जाने से संबंधित खबर के प्रकाशित होने के बाद आज तमाम दस्तावेजों के साथ दैनिक अमरावती मंडल के कार्यालय पहुंचे. आजाद समाज पार्टी के विदर्भ संगठक प्रमुख व अमरावती जिला प्रभारी किरण गुडधे ने बताया कि, अमरसुख बिल्डर्स के संचालक राजेश तलरेजा ने सर्वे नं-10/2 मौजे बेनोडा के महादेवखोरी परिसर स्थित प्रोफेसर कालोनी में प्लॉट नंबर-6 पर जानकी रेसिडेंसी नामक 3 मंजिला रिहायशी इमारत बनाई है. जिसका निर्माण मनपा की ओर से मंजूर किये गये नक्शे के मुताबिक ही होना अनिवार्य था, लेकिन राजेश तलरेजा ने मंजूर नक्शे के अलावा बिल्डिंग में बडे पैमाने पर अतिरिक्त निर्माण किया है. साथ ही इमारत के पिछले हिस्से में बगीचे हेतु आरक्षित जगह पर भी अतिक्रमण कर लिया है. जिसकी शिकायत उन्होंने मनपा प्रशासन से की थी. जिसके आधार पर मनपा के सहायक संचालक नगर रचना एवं पूर्व झोन कार्यालय द्वारा बिल्डर राजेश तलरेजा को नोटीस जारी करते हुए तमाम दस्तावेज प्रस्तुत करने हेतु कहा गया था. साथ ही साथ बिल्डिंग के सभी फ्लैट धारकों के नाम भी नोटीस जारी की गई थी. इसके अलावा मनपा झोन क्रमांक-3 के अधिकारी नितिन बोबडे व विवेक देशमुख द्वारा इस मामले की जांच पडताल करनी शुरु की गई.
इसके साथ ही किरण गुडधे ने यह भी बताया कि, राजेश तलरेजा को जानकी रेसिडेंसी की निचली मंजिल पर 59 चौ. मी., पहली मंजिल पर 158.73 चौ. मी. तथा दूसरी मंजिल पर 158.73 चौ. मी. के निर्माण की अनुमति मनपा द्वारा दी गई थी. जिसकी एवज में राजेश तलरेजा ने निचली मंजिल पर 114.92 चौ. मी., पहली मंजिल पर 236.72 चौ. मी. व दूसरी मंजिल पर 236.72 चौ. मी. का निर्माण किया. जिसका सीधा मतलब है कि, राजेश तलरेजा द्वारा निचली मंजिल पर 65.65 चौ.मी., पहली मंजिल पर 79.46 चौ.मी. व दूसरी मंजिल पर 79.46 चौ. मी. का अतिरिक्त निर्माण कार्य किया गया है. यह बात खुद मनपा प्रशासन द्वारा की गई जांच में भी सामने आयी है और उसे लेकर भी मनपा प्रशासन ने राजेश तलरेजा से जवाब मांगा है. इन्हीं सब बातों से बौखलाकर अब राजेश तलरेजा द्वारा बेसिर पैर के आरोप लगाये जा रहे है. जिनका हकीकत से कोई वास्ता नहीं है.