अंजनगांव सुर्जी/प्रतिनिधि दि.१८ – तहसील कार्यालय में शासकीय योजना के राष्ट्रीय परिवार का लाभ उठाने के उद्देश्य से फर्जी दस्तावेज तैयार कर सरकार की धोखाधडी किये जाने का मामला सामने आया है. इस मामले में तहसीलदार अभिजीत जगताप की शिकायत पर पुलिस ने मुख्य सूत्रधार सहित चार लोगों को हिरासत में लिया है.
मिली जानकारी के अनुसार तहसील कार्यालय के दलालों के माध्यम से जरुरतमंद व्यक्तियों से पैसे लेकर शासकीय योजनाओं के दस्तावेज बनाकर लाभ दिलवाने का गोरखधंधा चल रहा था. राष्ट्रीय परिवार लाभ योजना का लाभ पाने के लिए काठीपुरा में रहने वाली रहीमा बी मुुस्तफा खान ने तहसील कार्यालय में दस्तावेज पेश किये. इस समय तहसील अभिजित जगताप ने दस्तावेजों की जांच की तो वह दस्तावेज फर्जी पाये गए. जिसके बाद 16 सितंबर को तहसील कार्यालय की ओर से शिकायत दर्ज कराई. थानेदार दिपक वानखडे ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच पडताल करते हुए अजिजपुरा में रहने वाले दलाल यासीन खान हसन खान को हिरासत में लिया. उससे कडाई से पूछताछ करने के बाद बडा गिरोह होने की बात सामने आयी. दलाल यासीन ने सातेगांव निवासी राजेंद्र वानखडे का नाम बताया. जिसके बाद उसकी भी जांच की गई. इस मामले में अकोली जहांगिर के अनिल जाधव को भी हिरासत में लिया गया. उक्त फर्जी स्कूल सर्टीफिकेट अकोला के सिंधी कैम्प निवासी कमलेश आहुजा व्दारा बनाए जाने की बात कबुल की. इस गिरोह की मुख्य कडी अकोला में होने से अंजनगांव पुलिस के जांच अधिकारी सहायक पुलिस निरीक्षक प्रदीप काइट की टीम ने अकोला पहुंचकर आरोपी कमलेश व उसके पास से नकली दस्तावेज जब्त किये. वहीं एक लैपटॉप, मॉनिटर, हार्डडिस्क, स्कैनर, प्रिंटर सहित 35 हजार रुपए का माल जब्त किया. आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 467, 471,34 के तहत अपराध दर्ज किया. आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया. न्यायालय ने तीनों आरोपियों को जमानत मंजूर की. वहीं नकली दस्तावेज बनाने वाले मुख्य सूत्रधार कमलेश आहुजा व अनिल जाधव को एक दिन के पुलिस रिमांड में भेजा है. मामले की जांच पुलिस निरीक्षक दिपक वानखडे के मार्गदर्शन में विजय शेवतकर, सुर्यकांत कांबे, प्रमोद चव्हाण कर रहे है.
संजय गांधी निराधार योजना के प्रमाण पत्रों की जांच करते समय एक मामले में स्कूल की टीसी को लेकर संदेह हुआ. संबंधित काकडा के स्कूल मुख्याध्यापिका को टीसी की पडताल करने के लिए भेजने पर दस्तावेज फर्जी होने की बात पता चली. जिसके बाद पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की गई. इसके अलावा तहसील से संबंधित कोई भी मामला हो, सेतू के मार्फत दाखिल किया जाए, दलाल अथवा कोई भी पैसों की मांग करता है तो सीधे पुलिस या फिर तहसीलदार के पास शिकायत दर्ज कराये.
-अभिजित जगताप, तहसीलदार, अंजनगांव सुर्जी
सरकारी योजना का लाभ उठाने के लिए नकली दस्तावेज बनाकर सरकार को गुमराह करने की बात सामने आयी है. यह काफी संगीन मामला है. इस मामले में सही लाभार्थी योजना से वंचित न रहे व आम लोगों पर अन्याय न हो, इसलिए आरोपियों पर कडी कार्रवाई की जाएगी. यह गिरोह बीते अनेक दिनों से कार्यरत है. अन्य जिलों में भी यही कारनामे करने का संदेह है. आरोपियों की कडाई से पूछताछ की जा रही है.
-दिपक वानखडे, थानेदार, अंजनगांव सुर्जी