प्रतिनिधि/ दि.२७
अमरावती– कोरोना वायरस के कारण अन्य बीमारियों से पीडित मरीजों का बेहाल हो रहा है. पीडीएमसी के आईसीयू में ऑ्क्स्सीजन खत्म हो जाने के कारण सायरन बजते रहा, लेकिन डॉक्टर नदारद रहने के कारण कल रविवार की शाम एक पुर्णानगर के वृध्द की मौत हो गई. इस बात से नाराज हुए परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा करते हुए संबंधित लापरवाह डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए, जब तक कार्रवाई नहीं होती तब तक लाश नहीं उठाने की भूमिका उठायी तब यहां के डीन डॉ.पद्माकर सोमवंशी ने मामले की जांच कर दोषियों पर कडी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. इस मामले की खबर लगते ही गाडगे नगर के थानेदार मनीष ठाकरे अपनी टीम के साथ अस्पताल पहुंचे. मिली जानकारी के अनुसार पुर्णानगर निवासी ६२ वर्षीय रमेश रामचंद्र बोबडे को निमोनिया की बीमारी हो गई थी. इसके कारण उन्हें २१ जुलाई को निजी अस्पताल में ले गया, लेकिन किसी अस्पताल ने उन्हें भर्ती नहीं किया. रैपिड टेस्ट कराने पर रिपोर्ट निगेटीव प्राप्त हुई. इसके बाद उन्हें पीडीएमसी में भर्ती कर आईसीयू में रखा गया था. मगर रविवार की रात आईसीयू के सिलेंडर से ऑ्क्स्सीजन खत्म हो गया. जिसके कारण ऑ्क्स्सीजन मशीन जोरजोर से सायरन बजाने लगी. आवाज सुनकर मरीज के परिजन कर्मचारी को बताने गए, लेकिन कोई सुनने को राजी नहीं था. मरीज के परिजन इधर-उधर भागदौड करने लगे. इसके करीब २०-२५ मीनट बाद एक वहां का कर्मचारी आया. जांच करने के बाद उसने बताया कि अब वे नहीं रहे तब इलाज के दौरान ऑ्क्स्सीजन खत्म होने के कारण वृध्द की मौत हुई है, ऐसा परिजनों ने आरोप लगाया और अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया. खबर मिलते ही पुलिस की टीम घटनास्थल पहुंची और परिजनों को समझाने का प्रयास किया. वार्ड में डॉक्टर और कर्मचारी कोई उपस्थित नहीं थे, ऐसा नाराज परिजनों ने आरोप लगाते हुए डॉक्टर की लापरवाही के कारण ही मौत हुई है. जब तक संबंधित डॉक्टर के खिलाफ जब तक कार्रवाई नहीं होती तब तक लाश नहीं उठाएंगे, ऐसी भूमिका अपनाई तब परिजनों को समझाने पहुंचे अस्पताल के डीन डॉ.सोमवंशी ने जांच के पश्चात उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया तब जाकर लाश पीडिएमसी से उठाकर पोस्टमार्टम के लिए पोस्टमार्टम गृह रवाना की. डॉ. पद्माकर सोमवंशी का फोटो
जांच के बाद दोषी पर कार्रवाई होगी
आईसीयू का ऑ्क्स्सीजन ऐसे कभी भी खत्म नहीं होता. ऑ्क्स्सीजन खत्म होने से आधा घंटे पहले सायरन बजने लगता है. ऑ्क्स्सीजन खत्म होने के कारण उस वृध्द की मौत नहीं हुई है, ऐसा नहीं होता. शिकायत दर्ज होने के बाद मामले की जांच कर अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उचित कार्रवाई की जाएगी. – डॉ.पद्माकर सोमवंशी, डीन पीडीएमसी