अमरावती

कोरोना मरीज की मौत से परिजनों का अस्पताल में हंगामा

दोपहर तक ठीक था मरीज, अचानक मौत की खबर मिली

  • स्वास्थ्य विभाग पर लगाया लापरवाही का आरोप

अमरावती/प्रतिनिधि दि.30 – यहां के सुपर कोविड अस्पताल में कोरोना के इलाज के लिए भर्ती मरीज की कल शाम अचानक हुई मौत पर मरीज के ही रिश्तेदारों का विश्वास नहीं हो रहा था. दोपहर तक फोन पर बातें करने वाले इस मारीज की अस्पताल प्रशासन व्दारा अचानक मौत की खबर सुनाने से उत्तेजीत हुए परिजनों ने कल रात सुपर कोविड अस्पताल में काफी देर तक हंगामा किया. यहां तक की घटना की खबर गाडगे नगर पुलिस को दी गई. पुलिस व्दारा मृतकों के रिश्तेदारों को समझाने के बाद आखिर कल रात इस विवाद पर पर्दा गिर गया.
मिली जानकारी के अनुसार 40 गांव के मुल निवासी 29 वर्षीय युवक की ससुराल वरुड है. ससुराल में वह कोरोना से संक्रमित हुआ. जिसके चलते 27 अप्रैल को इस युवक को इलाज के लिए स्थानीय सुपर कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था. तभी से इस मरीज पर कोविड अस्पताल में इलाज शुरु था. खबर है कि कल दोपहर 3 बजे तक मरीज ने अपने रिश्तेदारों के साथ फोन पर बातें भी की. इसी दौरान कल दोपहर के समय राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सुपर स्पेशालिटी का जायजा लिया. उनके खातिरदारी में पूरा स्टॉफ लगाया गया था. इसी बीच दोपहर 4 बजे के दौरान इस 29 वर्षीय संक्रमित मरीज को सांस लेने में तकलीफ हुई. इस दौरान अस्पताल के प्रबंधन ने मरीज को आईसीयू में लाकर उसे वेंटीलेटर लगाया. इस दौरान उसकी ऑक्सीजन लेवल काफी तेजी से गिरती गई और 6 बजे के दौरान उसकी मौत हो गई. मृत्यु के बाद अस्पताल प्रशासन ने मरीज के शव को थ्रीलेअर बैंग में पैकिंग कर दिया था, लेकिन शाम 7 बजे के दौरान जब मरीज की पत्नी ने फिर अपने पति से फोन पर बात करना चाही तो उसका मोबाइल स्वीचऑफ बता रहा था, इसी दौरान अस्पताल से जानकारी मिली की उनकी मौत हो गई है. पति के मौत की खबर सुनकर इस महिला के पैरोतले जमीन खिसक गई. उन्हे लगा कि उनके पति का शव अस्पताल से बीना पूछे, बीना बताये हटा दिया गया है. तब महिला व उसके परिजनों ने पैक की हुई लाश पूरी तरह से खोलकर दिखाने की मांग की. उसपर अस्पताल का कहना था कि एक बार पैक की हुई लाश वे खोल नहीं सकते. इसी बात को लेकर मृतक के परिजनों ने हंगामा खडा किया. बाद में मृतक के रिश्तेदारों का कहना था कि वे मृत व्यक्ति के शव पर उनके गांव के खेत में अंत्यसंस्कार करेंगे, उन्होंने शव अपने ताबे में देने की मांग की, लेकिन यह भी नियम में नहीं आने के कारण अस्पताल प्रशासन ने शव देने से इंकार किया. तब मृतक के परिजनों ने जमकर हंगामा किया. स्थिति को बिघडते देख गाडगे नगर पुलिस को बुलाया गया. पुलिस ने परिजनों को काफी समझाया तब कई जाकर मामला शांत हो गया.

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