अमरावती

78 राजस्व मंडलों में अकाल सदृश्य स्थिति, मिलेगी 8 सहूलियतें

औसत से कम बारिश के चलते जिले में फसलों की स्थिति विकट, उत्पादन घटा

अमरावती/दि.14– सरकार द्वारा विगत 31 अक्तूबर को घोषित अकाल में जिले के एक भी तहसील का समावेश नहीं हुआ. जिसे लेकर जिले के किसानों द्वारा संताप व्यक्त किए जाने के चलते सरकार ने जिले के 78 राजस्व मंडलों में अकाल स्थिति घोषित की और इससे संबंधित शासनादेश भी विगत 10 नवंबर को जारी किया. जिसके चलते इन 78 अकाल प्रभावित राजस्व मंडलों को सरकार की ओर से 8 सहूलियतें मिलेगी.

बता दें कि, इस वर्ष चांदूर बाजार तहसील के अलावा शेष 13 तहसीलों में 31 फीसद बारिश कम हुई. जिसके चलते खरीफ फसलों की स्थिति गंभीर रही और उत्पादन में भी बडे पैमाने पर कमी आयी. इसके साथ ही दर्यापुर व अंजनगांव सुर्जी सहित अन्य 2 तहसीलों में औसत की तुलना में 40 से 50 फीसद बारिश कम रहने का असर रबी के सीजन पर भी हुआ है और जमीन में नमी का अभाव रहने के चलते बुआई का काम रुका हुआ है. ज्ञात रहे कि, जून माह में बारिश का आगमन होने में 3 सप्ताह का विलंब हुआ था. वहीं अगस्त माह में 21 से 25 दिनों के दौरान बारिश लापता थी. जिसके चलते सोयाबीन की फसल बुरी तरह प्रभावित थी और इस बार फसलों की उपज 50 फीसद से भी कम रहने के चलते जिलाधीश सौरभ कटियार ने 41 राजस्व मंडलों में फसल बीमा का अग्रिम भुगतान करने हेतु अधिसूचना जारी की. साथ ही संशोधित पैसेवारी में भी 4 तहसीलों के 494 राजस्व मंडलों में 50 फीसद से कम पैसेवारी घोषित की गई है. जिसे देखते हुए सरकार को भी अब 78 राजस्व मंडलों में अकाल स्थिति घोषित करनी पडी. इन सभी राजस्व मंडलों में प्रभावित किसानों को फसल बीमा का लाभ मिले और सरकार की ओर से एनडीआरएफ का लाभ दिया जाए, ऐसी मांग किसानों द्वारा की जा रही है.

* प्रभावित मंडलों को मिलेगी यह सहूलियतें
जमीन राजस्व की वसूली में छूट, सहकारी कर्ज का पुनर्गठन, फसल कर्ज की वसूली स्थगित, कृषि पंप के चालू विद्युत बिल में 33.5 फीसद तक छूट, विद्यार्थियों के परीक्षा शुल्क में माफी, रोगायो कामों के नियमों में शिथिलता, आवश्यक जगहोें पर पीने के पानी हेतु टैंकर का प्रयोग तथा कृषि पंपों की विद्युत आपूर्ति का खंडित नहीं करना.

* इन मानकों के आधार पर मंडलों का समावेश
जून से सितंबर माह की कालावधि के दौरान औसत की तुलना में 75 फीसद से कम बारिश होने अथवा कुल 750 मीमी से कम बारिश होने वाले राजस्व मंडलों में राज्य सरकार द्वारा 10 नवंबर को अकाल सदृश्य स्थिति घोषित की गई थी. जिसमें जिले के 78 राजस्व मंडलों का भी समावेश है.

* इन राजस्व मंडलों में अकाल स्थिति घोषित
अमरावती तहसील के वडाली, अमरावती, बडनेरा, वलगांव, नवसारी, डवरगाव, माहुली जहांगीर, शिराला व नांदगांव पेठ.
नांदगांव तहसील के शिवणी, पापल, लोणी, धानोरा, माहुली, नांदगांव व धाबा.
धामणगांव तहसील के भातकुली, धामणगांव, अंजनसिंगी, मंगरुल दस्तगीर, दत्तापुर, व तलेगांव दशासर.
चांदूर रेल्वे तहसील के पलसखेड, चांदूर रेल्वे, घुईखेड, आमला व सातेफल.
मोर्शी तहसील के शिरखेड, मोर्शी, हिवरखेड, रिद्धपुर, अंबाडा, नेरपिंगलाई व धामणगांव.
वरुड तहसील में पुसला, वाठोडा, शेंदूरजना घाट, बेनोडा व राजुरा बाजार.
चांदूर बाजार तहसील के आसेगांव व तलेगांव.
तिवसा तहसील के तिवसा, वर्‍हा कुर्‍हा व मोझरी.
अंजनगांव तहसील के अंजनगांव, भंडारा, विहीगांव, सातेेफल, कापूसतलणी व कोकर्डा.
दर्यापुर तहसील के दर्यापुर, खल्लार, रामतीर्थ, सामदा, थिलोरी, वडनेरगंगाई व येवदा.
धारणी तहसील के धारणी, धुलघाट, हरिसाल व सावलीखेडा.
अचलपुर तहसील के रासेगांव, असदपुर, पलसापुर, पथ्रोट, अचलपुर व परतवाडा.
चिखलदरा तहसील के चुर्णी.
भातकुली तहसील के खोलापुर, भातकुली, आष्टी, निंबा व आसरा.

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