अमरावती

वन्य प्राणी के हमले में किसान की मौत

बाघ या तेंदूआ को लेकर है संदेह

* वरुड के पिंपलशेंडा चारबन परिसर की घटना
* मृतक की पत्नी को 5 लाख रुपए की सहायता
अमरावती/दि.17– वरुड तहसील अंतर्गत पिपंलशेंडा चारबन खेत परिसर स्थित अपने खेत में काम कर रहे किसान की गर्दन पर पीछे से जंगली प्राणी ने जानलेवा हमला कर गंभीर घायल करने से किसान की मौके पर ही मृत्यु की घटना 15 अक्टूबर को हुयी. माधव बानाईत (65, नवेगांव, शेंदूरजनाघाट) यह मृतक किसान का नाम है. मृतक की गर्दन पर जंगली प्राणी द्वारा हुआ हमला को देखते हुये यह हमला बाघ ने करने की सर्वत्र चर्चा है. वहीं वन विभाग इसे तेंदूए द्बारा किया गया हमला बता रहा है. इस घटना की जानकारी मिलते ही शेंदूरजनाघाट पुलिस के थानेदार इंगले अपनी टीम सहित रात 9.30 बजे मौके पर पहुंचे.

प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक किसान माधव बानाईत यह 15 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे तिवसा घाट से अपने नजदीकी चारबन खेत शिवार के खेत में पहुंचे थे. उनका बेटा मोहन और पत्नी भी मंदिर में पूजा करने दोपहर 2.30 बजे गये थे, उस समय किसान खेत में काम कर रहा था. बाद में उनका बेटा मोहन गांव में आया और पुन: 5.30 बजे खेत में पहुंचने पर उसके पिता उसे खेत में नहीं दिखे. उसे लगा कि वे खेत से घर गये होंगे. इसलिए वह घर लौटा, लेकिन उसके पिता घर पर भी नहीं पहुंचे थे. इसलिए मोहन अपने भाई पद्माकर के साथ पुन: पिता को खेत में खोजने के लिये पहुंचे, लेकिन उन्हें खेत में पिता नहीं दिखायी दिये.

उन्होंने खेत के आसपास में खोजबीन करने पर उन्हें उनके पिता मृत हालात में खून से सनी स्थिति में पडे हुये दिखायी दिये. जिसके बाद तुरंत शेंदूरजना घाट पुलिस को सूचित किया गया और पुलिस ने पंचनामा करते हुए देर रात शव को पोस्टमार्टम हेतु भिजवाया. वहीं सोमवार की सुबह वन अधिकारियों ने भी मौके पर पहुंचकर पंचनामा किया तथा मृतक किसान के परिजनों को 5 लाख रुपए की सहायता राशि का धनादेश प्रदान किया गया. विशेष उल्लेखनीय है कि, वन विभाग को घटनास्थल पर बाघ या तेंदूए के पगचिन्ह नहीं मिले है. ऐसे में इस बात को लेकर संभ्रम बना हुआ है कि, आखिर माधव बानाइत पर किस वन्य प्राणी द्बारा हमला किया गया था.

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