अमरावती

किसान की अनाधिकृत नाली में डूबकर मौत

प्रापर्टी ब्रोकर के खिलाफ सदोष मनुष्यवध का अपराध दर्ज

कठोरा गांधी के नांदुरा की घटना
अमरावती-दि. 19 नांदगांव पेठ पुलिस थाना क्षेत्र कठोरा गांधी के नांदुरा में प्रापर्टी ब्रोकर खुद के खेत की सुरक्षा के लिए अनाधिकृत तरीके से खुदाई कर नाली बनाई. जिसमें गिरकर एक किसान की मौत होने की घटना गुरुवार की रात घटी. इस घटना से नाराज परिजन व किसानों ने उस प्रापर्टी ब्रोकर के खिलाफ सदोष मनुष्यवध का अपराध दर्ज करने तक लाश नहीं उठाने की भूमिका अपनाई. इसपर नांदगांव पेठ पुलिस ने मृतक निलेश विजय जवंजाल के भाई की शिकायत और प्रापर्टी ब्रोकर दीपक फालके के खिलाफ सदोष मनुष्यवध का अपराध दर्ज किया. तब जाकर तनाव की स्थिति काबु में आयी.
जानकारी के अनुसार अमरावती निवासी प्रापर्टी ब्रोकर दीपक फालके ने कठोरा गांधी के नांदुरा में खेत खरीदा. उसके बाजू में पुरानी नाली है. जिससे बारिश का पानी बहता है. नाली का पानी अपने खेत में घुसकर फसल का नुकसान होगा, इस डर के मारे दीपक फालके ने पानी का प्रवाह दूसरी तरफ मोडने के लिए जेसीबी से नाली खुदवाकर कठोरा से पानी के निकाशी का प्रबंध किया. किसानों ने उसका विरोध किया. मगर उन्हें डरा धमकाकर अनधिकृत नाली खुदवा डाली. हाल ही में हुए बारिश का पानी एक ही जगह थम जाने से नाली ने तालाब जैसा रुप धारण किया.
जिस जगह पर पानी जमा हुआ, उसके बाजू में निलेश जवंजाल का खेत है. बुधवार की शाम 7 बजे निलेश जवंजाल मोटरसाइकिल से मवेशियों को चारा देने के लिए खेत में गए थे, लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी घर नहीं लौटे. तब परिजनों ने उनकी तलाश शुरु की. मगर सुबह तक निलेश को कोई पता ही नहीं चला. शुक्रवार को परिजनों ने फिर से खेत परिसर में तलाश शुरु की. तब उन्हें पानी के जमाव में पानी के बुलबुले दिखाई दिये. निलेश के भाई ने पानी में कुदकर देखा तो निलेश की मोटरसाइकिल और उसके निचे निलेश की लाश पडी थी. तालाब सदृश्य जलजमाव के पास मोटरसाइकिल खडी कर निलेश खेत में गया था. वहां से लौटते समय उसका संतुलन बिगड गया और वह गाडी समेत पानी में गिर गया होगा, ऐसा प्राथमिक अनुमान लगाया गया है. दिपक फालके की मनमानी से पुरानी नाली का पानी मोड दिया गया. इसी वजह से निलेश की मौत हो गई. इस घटना से आक्रमक परिजन व किसानों ने नांदगांव पुलिस थाने में शिकायत दी और जबतक दीपक फालके के खिलाफ सदोष मनुष्यवध का अपराध दर्ज नहीं होता तब तक लाश नहीं उठाने की भूमिका अपनाई. जिससे तनाव की स्थिति निर्माण हुई. पुलिस ने दीपक फालके के खिलाफ अपराध दर्ज किया. तब जाकर मामला सुलझा. पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद निलेश की लाश परिजनों को सौंपी. कठोरा गांधी हिंदु स्मशान भूमि में अंत्यविधि पूरी की गई.

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