अमरावती/दि.6 – किसानों की आत्महत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. आसमानी और सुलतानी संकटों से घिरे किसानों पर सरकार भी रहम नहीं कर रही है. हतावश किसान मौत को गले लगा रहे हैं. इसी क्रम में खानापुर 58 वर्षीय किसान बालासाहब रामदासराव वानखड़े ने घर में नॉयलान की रस्सी से फंदा बनाकर फांसी लगा ली. आत्महत्या की यह घटना बुधवार 4 जनवरी को हुई.
इस बारे में आत्महत्या करने वाले किसान खानापुर में वानखड़े ने फांसी लगाई के बेटे अंकुश वानखड़े 36, खानापुर) ने नांदगांव पेठ पुलिस को बताया कि, उनका पूरा परिवार खेती व्यवसाय पर ही निर्भर है. खेत में सोयाबीन और कपास की बुआई की थी. शुरुआत से ही नापिकी के कारण पिता/ बालासाहब वानखड़े, चिंता में थे. उन पर को- ऑप. बैंक का 90 हजार रुपए का कर्ज था. उसमें अतिवृष्टि के कारण फसल चौपट हो गई. अब परिवार का निर्वाह भिजवाया.
कैसे करेंगे? कर्ज कैसे चुकाएंगे? इसी चिंता में बालासाहब वानखड़े ने घर में फांसी लगा ली. हादसे के समय छोटा बेटा गोकुल वानखड़े घर में था. उसने दरवाजा खोलकर देखा तो पिता टीन शेड के लोहे के एंगल से नॉयलान रस्सी का फंदा बनाकर फांसी पर लटके मिले. नांदगांव पेठ पुलिस ने सूचना पर घटना का पंचनामा किया. लाश को पोस्टमार्टम के लिए रवाना की.