किसान आत्महत्या; सर्वे द्वारा होगी क्लस्टर की खोजबीन
पांच महीने में 424 किसानों ने लगाया मौत को गले
अमरावती/दि.10- किसान आत्महत्या न हो, इसके लिए विभाग के पांचों जिलों में गांवस्तर पर सर्वे किया जाएगा. इसके द्वारा क्लस्टर खोजकर वहां फोकस किये जाने के साथ ही शासन योजना को अमल में लाने सहित अन्य उपाययोजना चलाये जाने की जानकारी विभागीय आयुक्त डॉ. निधि पाण्डेय ने दी.
पश्चिम विदर्भ में पांच महीने में 424 किसान आत्महत्या हुई. इसमे बुलढाणा, यवतमाल व अमरावती जिले में प्रमाण बढ़ ही रहा है. इस पर नियंत्रण पाने के लिए अब किसानों के आर्थिक, सामाजिक व पारिवारिक सुरक्षा बाबत की जांच की जाएगी. गांवस्तर पर तलाठी, ग्रामसेवकों द्वारा यह जानकारी जमा की जाएगी. इस संकलित जानकारी के आधार पर क्लस्टर की खोजबीन किए जाने बात विभागीय आयुक्त ने कही.
इस निमित्त आयोजित यंत्रणा की बैठक में हाल ही में निर्देश दिए गए हैं. गांव स्तर से प्राथमिक जानकारी संकलित की जा रही है. इससे पूर्व छत्रपति संभाजीनगर में जिलाधिकारी रहते इस तरह की उपाय योजना प्रभावी रही थी. जिसके चलते पश्चिम विदर्भ के पांचों जिलों में अब यह अभियान चलाये जाने की जानकारी विभागीय आयुक्त ने दी.
पश्चिम विदर्भ में पांच महीने में 424 किसान आत्महत्या हुई है. इनमें 125 पात्र, 92 शासन मदक के लिए अपात्र व 207 प्रकरण जांच हेतु प्रलंबित है. इसमें सर्वाधिक 123 प्रकरण बुलढाणा जिले में, अमरावती 104, यवतमाल 99, अकोला 70 व वाशिम जिले में 28 किसानों ने मौत को गले लगाया है.
* सर्वे में इस जानकारी पर फोकस
किसानों की प्राथमिक जानकारी के साथ ही शिक्षा, मुख्य व्यवसाय, बोजा, परिवार के सदस्य, पारिवारिक जानकारी, बीमारी, घर में बेरोजगार, ापत्ति से बाधित स्थिति, घरेलु जानकारी, सामाजिक सहभाग, शासकीय योजनाओं का लाभ, स्वास्थ्य, पोषण, कर्ज प्रकरण, खेत जमीन, एक वर्ष की फसल की स्थिति, कृषि योजना, पशुधन, आय का स्त्रोत, स्थलांतर के अलावा नैराश्य पहचाननेे वाले प्रश्नावली द्वारा जानकारी संकलित की जाएगी.
पांचों जिले के प्रत्येक किसान परिवार की सर्वे द्वारा जानकारी लेकर क्लस्टर की खोजबीन की जाएगी व इसके द्वारा शासन योजना व उपाययोजना को प्रभावी रुप से अमल में लाया जाएगा,
– डॉ. निधि पाण्डेय, विभागीय आयुक्त, अमरावती