अमरावती/दि.21 – शहर से पाच किमी दूर कठोरा बु. के किसान विनायक राउत कर्ज की चिंता में मौत हो गई. जिससे परिसर में शोक की लहर व्याप्त है. कर्ज से त्रस्त आत्महत्या किए जाने की घटनाएं दिनो दिन बढ रही है. किसान आत्महत्या न करें सरकार द्वारा आहवान किया जा रहा है. किंतु आत्महत्या की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही. कर्ज की चिंता किसानों को खाए जा रही है.जिसके चलते किसानों के शरीर पर भी प्रभाव पड रहा है. जिससे व मानसिक रुप से भी बीमार हो रहे है. ऐसे ही एक घटना कठोरा गांव में घटी जहां कर्ज की चिंता में किसान की मौत हो गई. उक्त किसान का नाम विनायक राउत बताया गया है.
किसान राउत की धानोरा व रामा साउर यहां पर खेती है. किसान राउत पर 5 लाख रुपए का कर्ज था.जिसमें उसे हमेशा कर्ज अदा करने की चिंता ने परेशान कर रखा था. हर साल पर्याप्त मात्रा में फसल न होने के कारण कर्ज अदा करना संभव नहीं था. ऐसी स्थिति में वह बीमार हो गया. पिछले महीने भर से उसने खाना-पीना भी छोड रखा था. विनायक राउत का उसके परिवार वालो ने विविध अस्पतालों में उपचार करवाया किंतु उसकी तबीयत ठीक न हो पाई. गुुरुवार की रात विनायक राउत की तबीयत ज्यादा खराब हो गई. जिसमें उसे गंभीर अवस्था में उपचार के लिए अमरावती स्थित जिला सामान्य अस्पताल ले जाया गया. जहां उसकी मौत हो गई. शुक्रवार को विनायक राउत का अंतिम संस्कार किया गया. राज्य में कर्जे से चिंता में डूबे किसान की मौत का यह पहला मामला है. विनायक राउत की मौत पर गांव में शोक की लहर व्याप्त है.