वखार महामंडल के अधिकारियों की मनमानी से किसान त्रस्त
किसानों को बेवजह किया जा रहा परेशान
* रात के अंधेरे में ट्रकों में अनाज का उठाव
धामणगांव रेलवे/दि.20-धामनगांव रेलवे स्थित वखार महामंडल के गोदाम में रात के अंधेरे में भी सरकारी माल का उठाव कर सार्वजनिक वितरण व्यवस्था पर प्रश्न निर्माण किया जा रहा है. किसानों से नाफेड द्वारा खरीदा गया माल लेने टालमटोल किए जाने की जानकारी सामने आई है. नाफेड खरीदी केंद्र पर किसानों से खरीदा माल पडा रहने से किसानों को ही बेवजह तकलीफ सहना पड रही है.
वखार महामंडल के माध्यम से भंडारण स्थल के रूप में राज्य भर में गोदामों का एक नेटवर्क स्थापित किया गया है, ताकि औद्योगिक और कृषि क्षेत्रों में अनाज बर्बाद न हो. लेकिन, धामनगांव रेलवे वखार महामंडल में अधिकारियों की मनमानी देखने मिल रही है. शहर के वखार महामंडल के गोदाम से सार्वजनिक वितरण व्यवस्था में सरकारी अनाज की आवक-जावक चलती है. इसके लिए कुछ नियम व शर्तें रखी गई हैं, लेकिन स्थानीय अधिकारियों की मनमानी के कारण सभी नियमों में अव्यवस्था दिख रही है. ट्रकों में अनाज लोड करने की प्रक्रिया दिन के समय की जाती है, लेकिन रात के अंधेरे में गोदाम से ट्रकों में अनाज लादा जाता है. अंधेरे में की जा रही सरकारी अनाज की इस प्रक्रिया में अव्यवस्था को बढावा मिल रहा है और अनाज भंडार में अनियमितता की भी प्रबल संभावना है, लेकिन व्यवस्था का हवाला देकर यहां के अधिकारी गोदाम से सरकारी अनाज का उठाव करते हैं. देर रात तक अंधेरे में गोदाम के अनाज का उठाव ट्रकों में करना, यह रोजमर्रा की बात है. यह जांच का विषय बन गया है कि बिना किसी ठोस कारण के अंधेरे में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अनाज का उठाव कर ट्रक में लोड करने की क्या मजबूरी आ गयी. दूसरी ओर, आरोप लगाया जा रहा है कि विभिन्न कारण बताकर सोयाबीन को गोदामों में रखने से नाफेड इनकार कर रहा है.
मंगलवार 17 दिसंबर को गोदाम भंडारण हेतु नाफेड खरीदी केंद्र से आयातित सोयाबीन को कारणों से अस्वीकार कर दिया गया और साथ ही गोदाम में सरकारी अनाज देरी से पहुंचा. जिसके कारण नाफेड खरीदी केंद्र पर सोयाबीन के बोरे पडे रहने से खरीदी प्रभावित हो रही है, इसलिए किसानों की सोयाबीन खरीदी को विलंब होकर खुले बाजार में किसानों के माल को कम दाम मिल रहे है.