10 दिनों तक बंद की घोषणा के बाद किसान हुए थे आक्रमक
अब 5 दिन बंद रहेगी कृषी उत्तपन्न बाजार सिमिती
* आंदोलन की चेतावनी देते ही प्रशासन ने बदला निर्णय
अमरावती/दि.24– मार्च एंडिंग तथा होली के त्यौहार के दौरान किसान एपीएमसी में अपना माल बिक्री के लिए लाया करते है. लेकिन अचानक एपीएमसी रविवार से 10 दिन तक बंद रहने की घोषणा के बाद किसानों व्दारा आक्रमक भूमिका निभाने के चलते बाजार समिती के सदस्यों को अपना निर्णय बदलना पडा. बता दें कि कुछ किसानों ने सभापती और सचिव से मुलाकात कर आंदोलन का इशारा दिया है. जिसके चलते 26 व 27 मार्च को बाजार समिती बंद रखने का फैसला लिया गया है. वही किसानों ने 28 से 1 अप्रेल तक अनाज बाजार बंद रखने का फैसला किए जाने पर किसानों ने नाराजगी व्यक्त की है.
अमरावती कृषी उत्तपन्न बाजार समिती अनाज बाजार रविवार 24 मार्च से 2 अप्रेल यानी 10 दिन बंद रखने का आदेश शुक्रवार को दोपहर जारी किया गया था. जिसके चलते किसानों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रशासन से जवाब मांगा. बताया जाता है कि व्यापारियों की आर्थिक समस्या के कारण यह निर्णय लिे जाने की बात प्रशासन की ओर से कही गई थी. वही व्यापारी निर्वाचन संघ के राजेश पाटील ने प्रशासन पर दबाव डालकर अनाज बाजार बंद रखने का फैसला लिया था. आखिरकार किसानों की मांग पर बाजार समिती ने 26 व 27 अप्रेल इन 5 दिनों के लिए अनाज बाजार बंद रखने का फैसला प्रशासन की ओर से लिया गया है.
* 26 व 27 मार्च को बाजार रहेगें शुरु
व्यापारियों की मांग के कारण अनाज बाजार बंद रखने का फैसला लिया गया था. मगर किसानों की सुविधाओं के लिए 26 व 27 मार्च को बाजार शुरू रखने का फैसला लिया है. मगर 28 से 1 अप्रेल तक बाजार बंद रहेगा. इन दो दिनों में किसानों ने अपना अनाज बिक्री के लिए मंडी में लाना चाहिए.
हरीश मोरे, सभापती बाजार समिती
* निर्णय नियमों के खिलाफ
अनाज बाजार बंद रखना गलत है. इसकी जांच की जाएगी. किस नियम अंतर्गत कोई भी कारण न रहने के बावजूद अनाज बाजार बंद रखना नियमों के खिलाफ है.
शंकर कुंभारे, जिला उपनिबंधक
* जिला उपनिबंधक को दर्ज करायी शिकायत
किसानों को भी मार्च एंडिंग रहने के चलते ऐन वक्त पर अनाज बाजार बंद करे का फैसला लिए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी गयी. जिसके कारण दो दिन की छूट मिली है. इस मामले में जिला उपनिबंधक को शिकायत भी दर्ज करायी है.
शेखर अवघड, किसान
* दलालों को कम किमत पर बेचन पड सकता अनाज
व्यापारियों की मांग पर अनाज बाजार बंद रखने का फैसला पूरी तरह गलत है. किसानों को 31 मार्च तक कर्ज का भुगतान करना पडता है. जिसकी वजह से अनाज को बेचकर कर्ज अदा किसान करते है. मगर बाजार बंद रहने से दलालों को कम किमत पर अनाज बेचने की नौबत आ सकती है.
उमेश महिंगे, किसान