अमरावती-/ दि. 13 वर्तमान में खेती केवल किसानों के लिए उदरनिर्वाह का साधन नहीं रही बल्कि आधुनिक औद्योेगिकरण के काल में कृषि यह व्यवसाय बन गया है. बदलती परिस्थितियों में कृषि तंत्रज्ञान का इस्तेमाल करने के लिए किसान खेती व्यक्तिगत न करते हुए सामूहिक करें, ऐसा आवाहन विभागीय कृषि सह संचालक किसन मुले ने किसानों से किया.
वे कृषि विज्ञान केन्द्र दुर्गापुर व महाराष्ट्र राज्य फलोत्पादन तथा औषधी वनस्पति मंडल पुणे, महाराष्ट्र सहकार विकास महामंडल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय नर्सरी उत्पादन तंत्रज्ञान प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन के अवसर पर अध्यक्ष के तौर पर बोल रहे थे. इस समय प्रमुख अतिथि के रूप में रामेती अमरावती के प्राचार्य विजय चव्हाले, प्रशिक्षण अधिकारी महाराष्ट्र सहकार विकास महामंडल पुणे के हेमंत जगताप, कृषि विज्ञान केन्द्र दुर्गापुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक तथा प्रमुख डॉ. के. पी. सिंग मयूर पवार, कार्यक्रम समन्वयक एमसीडीसी, ममता खरवडे, कार्यक्रम समन्वयक एमसीडीसी, कृषि विज्ञान केन्द्र के डॉ. हर्षद ठाकुर, प्रफुल्ल महल्ले, प्रताप जायले उपस्थित थे.