अमरावती

किसान मालवाहक वाहन चालकों को आरटीओ से भारी परेशानी

वजन कैपसिटी में छूट देने की मांग

* प्रहार यातायात संगठना ने दी तीव्र आंदोलन की चेतावनी
अमरावती/ दि.1 – किसान दुनिया का पालनहार है. इसी तरह वाहन चालक भी यातायात का प्रमुख व्यक्ति है. उनके सामने भी भुखा मरने की नौबत आरटीओ विभाग व्दारा निर्माण की जा रही है. किसानों का अनाज गांव से शहर में लाते समय आरटीओं के उडन दस्ते उनके खिलाफ कार्रवाई करते है. वाहन का सबकुछ ठिक होेने के बाद भी आरटीओ व्दारा ओवरलोड तो कभी अनेकों कारणों की वजह से 20 से 30 हजार रुपए तक जुर्माना ठोका जाता है. वजन कैपसिटी में छूट दी जाए, अगर वाहन चालक व किसान हित में राहत नहीं दी गई तो प्रहार वाहन चालक संगठना की ओर से तीव्र आंदोलन छेडा जाएगा, ऐसी चेतावनी प्रादेशिक परिवहन अधिकारी को सौंपे ज्ञापन में दी गई.
सौंपे ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि साधारण 207 पिकअप वाहन को आरटीओ नियंत्रण के अनुसार 12 क्विंटल वजन ढुलाई करने की अनुमति देते है. मगर उदाहरण तौर पर 70 बोरे के अनुसार वाहन का किराया तय किया गया. उसमें वाहन का 60 किलोमीटर तक का किराया 1 हजार 200 रुपए होता है. 800 रुपये का डीजल, 200 रुपए हमाली और वाहन अगर मोर्शी-वरुड मार्ग से आता है तो 200 रुपये टोल टैक्स, ऐसे में चालक के पास कुछ भी नहीं बचेगा, इस वजह से वाहन में ज्यादा माल भरा जाता है. इस बात को गंभीरता से लेते हुए वाहन चालकों के हित में निर्णय लिया जाए, ऐसी मांग करते समय प्रहार वाहन मालक संगठना के जिलाध्यक्ष अमित वानखडे, महानगर संगठक मंगेश कविटकर, जिला सचिव राजेश कडू, वैभव विधले, विशाल सुरोसे, राम करुले, उमेश मेहेरे, विशाल घोडेस्वार, ज्ञानेश्वर करडे, मयुर अनासाने, अंकुश पंचवटे, धिरज सोनी, अमोल कुरवाडे, सागर जाधव, सुनील डहाणे, अक्षय धोटे, पवन डहाणे, आकाश चांदूरे, सुरेश तिजारे, प्रकाश तायडे, मुन्ना नवरंगे आदि मौजूद थे.

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