अमरावती

झमाझम बारिश से हर्षाये किसान

ग्रामीण क्षेत्र में खरीफ फसलों की बुआई ने पकडा जोर

अमरावती/दि.9 – विगत तीन सप्ताह से लापता रहनेवाली बारिश ने गुरूवार को अमरावती शहर सहित जिले के ग्रामीण हिस्सों में अपनी दमदार हाजरी लगायी और झमाझम बरसते पानी को देखते हुए किसानों में हर्ष की लहर देखी गई. लंबी प्रतीक्षा के बाद बरसे इस पानी की वजह से जहां एक ओर इससे पहले बोये गये बिजों व उनमें से अंकुरित फसलों को नई संजीवनी मिल गई है. वहीं दूसरी ओर जिन क्षेत्र में अब तक बुआई का काम रूका हुआ था. वहां अब बुआई संबंधी कामों ने गति पकड ली है.
जानकारी के मुताबिक गत रोज अचलपुर, चांदुर बाजार, अंजनगांव सुर्जी, चिखलदरा व धारणी तहसीलों में मुसलाधार बारिश हुई. वहीं मोर्शी, धामणगांव रेल्वे, चांदूर रेल्वे, नांदगांव खंडेश्वर तथा वरूड तहसील में हलके-फुलके ढंग से पानी बरसा. वरूड तहसील में किसानों द्वारा मृग नक्षत्र के दौरान हुई बारिश के समय ही बुआई कर ली गई थी. किंतु विगत दो सप्ताह से बारिश नदारद रहने की वजह से बीजों से अंकुरित पौधे सुखने की कगार पर पहुंच गये थे. जिसकी वजह से क्षेत्र के किसानों में काफी हद तक चिंता की स्थिति देखी जा रही थी, लेकिन गत रोज हुई बारिश की वजह से अब किसानों को राहत मिलती देखी जा रही है.
मृग नक्षत्र के दौरान हुई बारिश के चलते किसानों में इस बार अच्छीखासी बारिश होने की उम्मीद बंधी थी. साथ ही इसी उम्मीद पर भरोसा करते हुए किसानों ने कपास, तुअर, ज्वारी व सोयाबीन जैसी खरीफ फसलों की बुआई कर ली थी. किंतु मृग नक्षत्र के बाद बारिश लगभग लापता हो गई और अगले कई नक्षत्र सूखे ही निकल गये. ऐसे में किसानों में अपनी मेहनत व लागत के बर्बाद होने का भय देखा जा रहा था और किसान बडी आतूरता के साथ बारिश होने की प्रतीक्षा कर रहे थे तथा आसमान की ओर टकटकी लगाये बैठे थे. ऐसे में गुरूवार की सुबह 10-11 बजे के आसपास शुरू हुई झमाझम बारिश के चलते किसानों में काफी हद तक उत्साह देखा गया. साथ ही अच्छाखासा पानी बरसने की वजह से गर्मी और उमस भी जाते रहे. जिसके चलते आम नागरिकों को भी काफी हद तक राहत मिली.
जानकारी के मुताबिक विगत तीन सप्ताह से बारिश के लापता रहने की वजह से जिले में इससे पहले की गई बुआई खतरे में आ गई है. साथ ही करीब 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में खेती-किसानी प्रभावित हुई है. ऐसे में गत रोज जिले की 6 से 7 तहसीलों में मुसलाधार बारिश होने के चलते किसानों की आशाएं पल्लवीत हुई है, क्योंकि सुखने की कगार पर पहुंच चुकी फसलों के लिए यह बारिश एक तरह से नई संजीवनी साबित होनेवाली है.

धारणी तहसील में मुसलाधार

गत रोज धारणी तहसील में अपरान्ह 3 बजे से जबर्दस्त बारिश की शुरूआत हुई. जिसे देखकर किसानों ने राहत की सांस ली. विगत 20 से 25 दिनों से लापता बारिश का आगमन गत रोज तेज आंधी-तूफान के साथ हुआ और देर शाम तक झमाझम पानी बरसता रहा. ऐसे में खेतों में मरणासन्न अवस्था तक पहुंच चुके पौधों की स्थिति सुधरने की संभावना बनी है. जिसके चलते किसानों के चेहरे पर हर्ष की लहर देखी जा रही है.

अचलपुर व चिखलदरा में भी हुई रिमझिम

गत रोज अचलपुर एवं विदर्भ क्षेत्र का नंदनवन कहे जाते चिखलदरा में आसमान पर काले-घने बादल छाने के साथ ही तेज हवाएं चलनी शुरू हुई और झमाझम बारिश ने अपनी हाजरी लगायी. जिसकी वजह से पर्यटन नगरी चिखलदरा में मौसम काफी आल्हाददायक बन गया है और चिखलदरा में सडकों पर कोहरा दिखाई देने लगा है. वहीं ग्रामीण इलाकों में हुई झमाझम बारिश की वजह से क्षेत्र के किसानों ने राहत की सांस ली है और अब दुबारा बुआई का संकट टल गया है.

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