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मानसून में किसानों को नीलगाय और हिरण से परेशानी

वनविभाग का ग्रामीण क्षेत्र में रेस्क्यू अभियान

* लोणी टाकली और माहुली जहांगीर में हुआ रेस्क्यू
अमरावती/दि.14- जिलाधिकारी के बंगले मेें तेंदूआ घुसा रहने की चर्चा जारी रहते अब मानसून के मौसम में किसानों के खेतों में नीलगाय और हिरण का उत्पात शुरु रहते किसान परेशान हो गए हैं. नीलगाय खेतों से अब गांव में भी घुसने लगी है. गुरुवार 13 जुलाई को जिले के लोणी टाकली और माहुली जहांगीर में नीलगाय घुसने के बाद वनविभाग के शिकार प्रतिबंधक दल को रेस्क्यू करना पड़ा.
हाल में जिलाधिकारी पवनीत कौर के शासकीय बंगले में तेंदूआ घुसने की चर्चा जारी रहते ग्रामीण क्षेत्र में नीलगाय और हिरण का उत्पात बढ़ गया है. खेतों में उत्पात मचाने के साथ ही नीलगाय गांव में भी घुसने लगी है. गुरुवार 13 जुलाई को माहुली जहांगीर ग्राम में सुबह 10 बजे एक नीलगाय मकान में घुस गई. यह जानकारी ग्रामवासियों द्वारा वनविभाग को दिए जाने के बाद शिकार प्रतिबंधक दल के वनपाल अमोल गावनेर, फिरोज खान, संदीप चौधरी और ओंकार भुरे समेत अन्य कर्मचारी माहुली जहांगीर पहुंच गए. इस दल ने नीलगाय को एक मकान से रेस्क्यू कर पकड़ लिया. पश्चात उसे जंगल में छोड़ दिया गया. इसी समय इस दल को जानकारी मिली कि लोणी टाकली गांव में भी नीलगाय एक शटर वाले दूकान में घुस आयी है. रेस्क्यू दल तत्काल लोणी टाकली ग्राम पहुंच गया और कुछ ही समय में नीलगाय को पकड़ लिया. इस नीलगाय को वडाली वनपरिक्षेत्र कार्यालय परिसर में फिलहाल रखा गया है. यह नीलगाय जख्मी रहने से उस पर उपचार जारी है. स्वस्थ होते ही उसे भी जंगल में छोड़ दिया जाएगा. वनपाल अमोल गावनेर ने बताया कि इस मौसम में नीलगाय का उत्पात अधिक रहता है. आवारा कुत्तों का जत्था नीलगाय का शिकार करने के लिए जब उसके पीछे भागता है, तब नीलगाय अपनी जान बचाने गांव की तरफ दौड़ती है और जहां जगह मिले, वहां घुस जाती है.

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