अमरावती

ऐन खरीफ के मुहाने पर किसानों की दिक्कतें बढी

नाफेड की खरीदी बंद होते ही व्यापारियों ने गिराये दाम

* 114 करोड का चना पडा है किसानों के घर पर
अमरावती/दि.30– ऐन खरीफ सीझन के मुहाने पर चने की सरकारी खरीदी बंद कर दिये जाने के चलते किसानों की दिक्कतेें बढ गई है. नाफेड के पोर्टल को समय पूर्व बंद कर दिये जाने के चलते ऑनलाईन पंजीयन करवा चुके 7 हजार 553 किसानों से 2 लाख 18 हजार 170 क्विंटल हरभरे की खरीदी बाकी है. जिसका फायदा उठाते हुए खुले बाजार में व्यापारियों ने चने के दाम गिरा दिये है. ऐसे में करीब 114 करोड रूपये का चना अब भी किसानों के घर पर पडा हुआ है.
बता दें कि, खुले बाजार में न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम दाम पर चने की खरीदी होने के चलते 26 हजार 321 किसानों ने नाफेड के सरकारी खरीदी केंद्र पर अपनी उपज बेचने हेतु पंजीयन किया था. जिसमें से 18 हजार 768 किसानों का चना 23 मई तक खरीदा गया. वहीं 7 हजार 553 किसानों से 2 लाख 18 हजार 170 क्विंटल चने की खरीदी होने से पहले ही पोर्टल को बंद कर दिया गया. ऐसे में 5 हजार 230 रूपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम गारंटी मूल्य के हिसाब से 114 करोड रूपयों का चना इस समय किसानों के घर पर पडा हुआ है.
ज्ञात रहे कि, किसानों को न्यूनतम आधारभूत कीमत का संरक्षण मिलने हेतु जिले में सरकार की ओर से सरकारी खरीदी केंद्र शुरू किये गये थे. जिसमें से वीसीएमएफ के अमरावती, अंजनगांव सूर्जी, चांदूर बाजार, धामणगांव रेल्वे, मोर्शी, वरूड व येवदा के सरकारी खरीदी केंद्रों पर 13 हजार 889 किसानों ने ऑनलाईन पंजीयन किया था. जिसमें से 9 हजार 270 किसानों के 2.30 लाख क्विंटल चने की खरीदी की गई और शेष 4 हजार 619 किसानों से 1.26 लाख क्विंटल चने की खरीदी बाकी है.
इसी तरह डीएमओ के अचलपुर, जयसिंह (अचलपुर), चांदूर रेल्वे, दर्यापुर, धारणी, खल्लार, नांदगांव खंडेश्वर, नेरपिंगलाई व तिवसा खरीदी केंद्रों पर 12 हजार 432 किसानों ने पंजीयन किया था. जिसमें से 9 हजार 498 किसानों से 2.4 क्विंटल चना खरीदा गया. वहीं 2 हजार 934 किसानों से 92 हजार क्विंटल चने की खरीदी बाकी है.

* मंडी में चने के दाम (रूपये प्रति क्विंटल)
21 मई – 4,300
23 मई – 4,275
24 मई – 4,300
25 मई – 4,222
27 मई – 4,150
28 मई – 4,130

* जिला उपनिबंधक ने महाव्यवस्थापक को लिखा पत्र
बाजार समिती में न्यूनतम गारंटी मूल्य से 1 हजार रूपये तक कम भाव पर व्यापारियों द्वारा चने की मांग की जा रही है. जिसकी वजह से किसान काफी दिक्कत में आ गये है और इस संदर्भ में जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार पूछताछ हो रही है. ऐसे में जिला उपनिबंधक ने पणन महाव्यवस्थापक को पत्र लिखकर शेष किसानों से चने की खरीदी जल्द से जल्द किये जाने की बात कही है.

Related Articles

Back to top button