चांदूर व धामणगांव रेलवे से भी चलाए किसान रेल
सामाजिक कार्यकर्ता निलेश विश्वकर्मा की केंद्र सरकार से मांग
-
केंद्रीय मंत्री गडकरी व आयुक्त पीयुष गोयल को सौंपा ज्ञापन
चांदूर रेलवे प्रतिनिधि/दि.१४ – चांदूर रेलवे व धामणगांव रेवले से भी किसान रेल चलायी जाए ऐसी मांग सामाजिक कार्यकर्ता युवा नेता निलेश विश्वकर्मा (Social activist youth leader Nilesh Vishwakarma) ने केंद्र सरकार से की है. विश्वकर्मा ने इस आशय का ज्ञापन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari) व संभागीय आयुक्त पीयुषसिंह गोयल को सौंपा. ज्ञापन में कहा गया कि केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की अगुवाई में अमरावती से पश्चिम विदर्भ किसानों के लिए किसान रेल शुरु की जा रही है. इस किसान रेल को मध्य रेलवे के मुख्य मार्ग पर स्थित चांदूर रेलवे और धामणगांव रेलवे से भी जोडा जाए. ऐसी मांग उन्होंने ज्ञापन द्वारा की है.
युवा नेता विश्वकर्मा ने ज्ञापन में कहा कि पश्चिम विदर्भ के किसान हमेशा पीछे रह जाते है. उनके कृषि माल को उचित दाम नहीं मिल पाता और उन्हें पर्याप्त बाजार भी नहीं मिल पाते. जिले में संतरा, मोसंबी, नींबू व अन्य फल तथा सब्जियों का उत्पादन किया जाता है. जिसमें इन किसानों को राष्ट्रीय तथा अंर्तराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के प्रयासों से किसान रेल की शुरुआत की जा रही है. जिससे पश्चिम विदर्भ के किसानों को लाभ होगा. किसान रेल शहर से शुरु की जा रही है. जिला अंतर्गत तहसीलों में भी रेलवेस्थानक उपलब्ध है. जिसमें चांदूर रेलवे, धामणगांव रेलवे मुख्य मार्ग पर होने की वजह से यहां से भी रेल चलायी जाए ऐसी मांग ज्ञापन द्वारा की गई है.
विश्वकर्मा ने कहा कि धामणगांव रेलवे तथा चांदूर रेलवे तहसील में संतरा,मोसंबी, नींबू, अनार, सब्जियां तथा अन्य फलो के साथ-साथ सोयाबीन का भी उत्पादन किसान बडे प्रमाण में करते है. किंतु कुछ सालो से इन किसानों को अपेक्षा के अनुरुप लाभ नहीं हो रहा है. दोनो ही तहसीलों में रेलवे स्थानक है. किसान रेलवे यहां से शुरु किए जाने पर यहां के किसानों को रेलवे के माध्यम से देश के बाजार उपलब्ध होंगे और इन्हें अपनी कृषि फसलों का उचित दाम मिलेगा. जिसमें इन दोनो तहसीलों से भी किसान रेलवे शुरु किए जाने की मांग निलेश विश्वकर्मा द्वारा केंद्र सरकार से की गई.यवतमाल जिले के किसानों को भी होगा लाभ
चांदूर रेलवे तथा धामणगांव रेलवे व अमरावती जिले के अन्य तहसील के साथ-साथ यवतमाल जिले के किसानों को भी किसान रेल का फायदा होगा और कृषि माल भिजवाने में आसानी होगी. साथ ही यातायात का खर्च भी कम आएगा और समय की भी बचत होगी.