अमरावतीमहाराष्ट्र

किसान कपास बीज के चुनिंदा वाण का अनुरोध न करें

कृषि संचालक विकास पाटिल का आवाहन

* अधिक दाम में बीज बिक्री करनेवालो पर होगी कार्रवाई
अमरावती/दि.1– महाराष्ट्र राज्य में कपास बीज भारी मात्रा में उलब्ध है. लेकिन किसानों द्वारा कपास के विशेष वाण के लिए अनुरोध न करने का आवाहन कृषि संचालक (निविष्ठा व गुण नियंत्रण) विकास पाटिल ने किया है.
महाराष्ट्र राज्य में कपास बुआई का सर्वसाधारण क्षेत्र 40.20 लाख हेक्टेअर है. कृषि विद्यापीठ सिफारिश के मुताबिक प्रति हेक्टेअर 4.2 पॉकीट बीज की आवश्यकता रहती है. इस क्षेत्र के लिए 1 करोड 70 लाख पॉकीट की आवश्यकता है. सभी कंपनियों की समीक्षा ली गई तब साधारणत: 1.75 करोड पॉकीट उपलब्ध है. इस कारण महाराष्ट्र राज्य में कपास बीज की कमी नहीं है. महाराष्ट्र राज्य में किसानों में कपास के कुछ वाण की विशेष मांग है. लेकिन साथ ही अन्य कंपनियों के कपास के वाण भी काफी अच्छा उत्पादन दे रहे है. इस कारण किसान कपास फसल के विशेष वाण की ही मांग न करें, इस बाबत कृषि विभाग की तरफ से आवाहन किया गया है. केंद्र सरकार ने खरीफ 2024 के लिए कपास बीजी-2 के भाव 864 रुपए निश्चित किए है. कपास बीज अधिक भाव से बिक्री करनेवाले कृषि सेवा केंद्र तथा कपास उत्पादक कंपनी पर कार्रवाई करने के निर्देश संचालक (निविष्ठा व गुण नियंत्रण) के जरिए दिए गए है. साथ ही कुछ स्थानों पर कपास अधिक भाव से बिक्री किए जाने की बात प्रकाश में आते ही कृषि विभाग के स्थानीय कृषि सहायक की सहायता से संबंधित कपास बीज का वितरण कृषि विभाग के कर्मचारी की उपस्थिति में करने का नियोजन संबंधित जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी ने किया है. कपास बीज पैकेट की ज्यादा भाव से बिक्री किए जाने से जलगांव, धुले और छत्रपति संभाजीनगर में विक्रेताओं पर कृषि विभाग के जरिए मामले दर्ज किए गए है. महाराष्ट्र राज्य में कुल एचटीबीटी कपास बीज बाबत चंद्रपुर जिले में चार स्थानों पर कार्रवाई की गई है. इसमें 4568.30 किलो बीज का माल जब्त किया गया है. इसकी कीमत 66.85 लाख रुपए है. गडचिरोली जिले में 55.32 लाख रुपए मूल्य का 30 क्विंटल बीज जब्त किया गया. साथ ही नंदूरबार व धुले जिले में तीन ठिकानों पर हुई कार्रवाई में 1807 एचटीबीटी कपास बीज पैकेट 37.96 लाख रुपए मूल्य का माल जब्त किया गया है. अमरावती विभाग के यवतमाल जिले में तीन स्थानो पर 113 बीज पैकेट जब्त किए गए है. इसकी कीमत 1.55 लाख रुपए है. सभी जिला स्तर पर तथा तहसील स्तर पर उडनदस्तो के जरिए अभियान स्वरुप में जांच की गई है. इस निमित्त दोषी पर कार्रवाई की गई है, ऐसा कृषि आयुक्तालय पुणे के कृषि संचालक ने एक विज्ञप्ति में सूचित किया है.

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