मुख्यमंत्री को किसानों ने दिखाये काले झंडे
कर्जमाफी न दिये जाने से स्वाभिमानी शेतकरी संगठना के कार्यकर्ताओं का तीव्र आंदोलन

अमरावती /दि.17– महायुति सरकार द्वारा कर्जमाफी घोषित करने के बावजूद किसानों को अब तक कर्जमाफी न दिये जाने से स्वाभिमानी शेतकरी संगठना के कार्यकर्ताओं ने बुधवार 16 अप्रैल को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के वाहन के सामने आंदोलन कर काले झंडे दिखाये. इस आंदोलन के कारण पुलिस प्रशासन में हडकंप मच गया था. आंदोलनकर्ताओं पर मामले दर्ज कर उन्हें कब्जे में लिये जाने के बाद रिहा किया गया.
महायुति सरकार द्वारा चुनाव के पूर्व कर्जमाफी देने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन किसानों को अब तक कर्जमाफी नहीं मिली है. साथ ही वन्यप्राणियों के कारण फसलों का होने वाला नुकसान और उसकी नुकसान भरपाई भी मंजूर किये जाने के बावजूद अब तक वह नहीं दी गई है. स्प्रिंकलर रहे अथवा कुआ अनुदान वह भी प्रलंबित रहने से इस बाबत अनेक बार प्रशासन से पत्रव्यवहार किया गया. लेकिनन सकारात्मक जवाब नहीं मिल पाया. इस कारण सरकार का ध्यान केंद्रीत करने के लिए अमरावती अवाईअड्डे के लोकार्पण समारोह के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस अमरावती पहुंचे तक बुधवार 16 अप्रैल को दोपहर 4 बजे के दौरान उनके वापसी के सफर के बीच स्वाभिमानी शेतकरी संगठना के अमित अढाउ के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाकर शासन का निषेध किया. इस आंदोलन के कारण पुलिस महकमे में हडकंप मच गया था. आंदोलनकर्ताओं पर मामले दर्ज किये गये. न्याय के लिए आंदोलन करने वाले युवा किसानों के साथ पुलिस ने बदसलुकी की. सहायक आयुक्त कैलास पुंडकर ने कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार किया रहने का इन आंदोलनकर्ताओंं ने आरोप किया. भविष्य में किसानों के बेटों द्वारा आंदोलन करना अथवा नहीं, ऐसा प्रश्न निर्माण होने की बात भी अमित अढाउ ने कही. इस आंदोलन में अमित अढाउ के साथ स्वप्नील कोठे, प्रशांत शिरभाते, प्रफुल्ल उमरकर, कुशल कांडलकर, कुंजन काले, राजू वर्हाडे, गौरव ठवली, दिनेश आमले सहित 25 से 30 कार्यकर्ताओं का समावेश था.