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मुख्य वनसंरक्षक कार्यालय पर धमके किसान

वन्य प्राणियों की वजह से फसलों के नुकसान पर जताया रोष

* नुकसान भरपाई मिलने में होनेवाली देरी पर फूटा गुस्सा
अमरावती /दि.25- अमरावती तहसील के कई किसानों का वन्य प्राणियों द्वारा किए जानेवाले उत्पात की वजह से खेतों व फसलों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. लेकिन वनपाल व वनपरिक्षेत्र अधिकारी की लापरवाही के चलते किसानों की नुकसान भरपाई के सैकडों आवेदन नामंजूर किए गए. जिसकी वजह से कई किसान नुकसान भरपाई से वंचित है, इस आशय का आरोप लगाते हुए शिवसेना के प्रकाश मारोटकर के नेतृत्व में किसानों ने मुख्य वनसंरक्षक कार्यालय पर मोर्चा निकाला और जवाबदार अधिकारियों पर कार्रवाई करने व किसानों को नुकसान भरपाई दिए जाने की मांग करते हुए ऐसा नहीं पर तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी दी.
इस समय मुख्य वनसंरक्षक के नाम सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया कि, नांदगांव खंडेश्वर तहसील के किसानों द्वारा रबी सीजन के दौरान लगाई गई हरभरे की फसल का निलगाय एवं अन्य वन्य प्राणियों द्वारा जबरदस्त नुकसान किया गया था. जिसकी शिकायत 19 से 21 फरवरी के दौरान ऑनलाइन व ऑफलाइन तरीके से वडाली वनपरिक्षेत्र अधिकारी के पास की गई थी. जिसके बाद अगले 10 दिन के भीतर पंचनामा करते हुए रिपोर्ट पेश करना जरुरी था. लेकिन वन विभाग के कर्मचारी अगले 20 से 25 दिन तक आए ही नहीं. जिसके चलते किसानों ने अपनी फसल की कटाई कर दी और जब इसके बाद वन विभाग के कर्मचारी मुआयना करने पहुंचे तो खेतों में फसल को नदारद देखकर उन्होंने सभी किसानों के आवेदन को नामंजूर कर दिया. इसी तरह सन 2024 में भी सोयाबीन उत्पादक किसानों के फसल नुकसान को लेकर किए गए आवेदनों में से केवल कुछ किसानों के आवेदनों को ही मंजूर किया गया और शेष किसानों के आवेदनों को मनमाने ढंग से नामंजूर कर दिया गया. जिसके लिए पूरी तरह से वनपाल एवं वनपरिक्षेत्र अधिकारी जिम्मेदार है. जिनके खिलाफ कडी कार्रवाई की जानी चाहिए. साथ ही प्रभावित किसानों को फसल नुकसान का मुआवजा दिलाया जाना चाहिए.
ज्ञापन सौंपते समय शिवसेना ने विधानसभा क्षेत्र समन्वयक प्रकाश मारोटकर, नीलेश इखार, गोपाल बनकर, सुनील गुल्हाने, रितेश जाधव, शुभम सावरकर, अतुल मोरे, अंकुश मुले, प्रदीप पोफले, लोकेश उडबगले, योगेश राऊत, सुनील पवार, मुरलीधर केशरखाने, वीरेंद्र किंदरले, निवृत्ती केशरखाने, काशीनाथ राऊत सहित अनेकों किसान उपस्थित थे.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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