अमरावती

अन्नदाता के लिए ‘अन्नत्याग’ आंदोलन में शामिल होंगे किसान

१९ मार्च को करेंगे प्रदर्शन, सीएम को प्रेषित किया ज्ञापन

मोर्शी / दि.१६- किसानों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करने और उनके कारण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करने तथा किसानों की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार रहने वाली नीतियों का निषेध करने के लिए मोर्शी और दापोरी में १९ मार्च को एक दिवसीय भूख हड़ताल की जाएगी. इस संबंध में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को भेजे ज्ञापन में कहा गया है कि, १९ मार्च १९८६ को यवतमाल जिले के चिलगवान गांव के किसान साहेबराव करपे ने अपनी पत्नी और बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली, क्योंकि वह खेती का खर्च नहीं उठा सकते थे. यह महाराष्ट्र में पहली आत्महत्या थी. अब तक चार लाख किसानों ने आत्महत्या की है. जो आज भी जारी हैं. इसलिए समाज के सभी नागरिकों को किसानों की समस्याओं से अवगत कराने तथा किसानों को न्याय दिलाने के लिए एक दिवसीय भूख हड़ताल की जा रही है. मोर्शी और दापोरी के किसानों की आत्महत्याओं को देखते हुए अन्नत्याग अनशन आंदोलन किया जाएगा. संदीप रोडे, ग्रामपंचायत सदस्य रूपेश वालके ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, संभागीय आयुक्त, उपविभागीय अधिकारी, तहसीलदार, पुलिस निरीक्षक को ज्ञापन दिया है. इस समय संदीप रोडे, रूपेश वालके, नरेंद्र जिचकार, अंकुश घारड, सुनील केचे, मनीष केचे, मनीष गुडधे, प्रणय वानखडे, सतीश टिपरे, देवानंद बेले उपस्थित थे. सामाजिक जागरूकता के उद्देश्य से रामजीबाबा चौक, मोर्शी व दापोरी स्थित ग्राम कार्यालय के समीप सभी संगठनों व सभी दलों सहित एक दिवसीय भूख हड़ताल की जाएगी.

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