एसबीआय के सामने शहर व जिला कांग्रेस का तीव्र प्रदर्शन
अदानी समूह में निवेश का किया जमकर निषेध
* आम जनता के पैसों की सुरक्षा पर जताई चिंता
अमरावती/दि.6- शहर व जिला कांग्रेस कमेटी व्दारा आज संयुक्त रुप से स्थानीय श्याम चौक स्थित भारतीय स्टेट बैंक के मुख्य कार्यालय के समक्ष जोरदार निषेध प्रदर्शन किया गया. इस समय केंद्र में सत्ता संभाल रही मोदी सरकार के साथ ही अदानी उद्योग समूह की मिलीभगत का जमकर निषेध करते हुए, कांग्रेस पदाधिकारियों ने अदानी उद्योग समूह में एसबीआय व एलआईसी व्दारा निवेश किए गए पैसों के डूबने पर चिंता जताई गई. साथ ही एलआइसी व एसबीआय में आम जनता व्दारा निवेश किए गए पैसों की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने की मांग उठाई.
कांगे्रस के शहराध्यक्ष बबलू शेखावत तथा ग्रामीण जिलाध्यक्ष बबलू देशमुख के नेतृत्व में किए गए इस आंदोलन में कांग्रेस पदाधिकारियों ने कहा कि, अदानी उद्योग समूह में चल रहे नियमबाह्य कामकाज की मोदी सरकार ने त्वरित जांच करनी चाहिए. साथ ही अदानी ग्रुप में हुई गडबडी की जांच संयुक्त संसदीय समिति व्दारा अथवा सुप्रिम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की देखरेख के तहत इस मामले की जांच होनी चाहिए. चूंकि अदानी उद्योग समूह में एलआईसी व एसबीआय जैसे सार्वजनिक उपक्रमों व्दारा अपनी रकम निवेशित की गई है और इस रकम के डूबने का खतरा है. ऐसे में आम निवेशकों की रकम को सुरक्षा देने हेतु सरकार ने योग्य निर्णय लेना चाहिए. इसके साथ ही कांगे्रस पदाधिकारियों ने मोदी सरकार पर गलत तरीके से देश के औद्योगिक समूहों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाते हुए, मोदी सरकार व अदानी उद्योग समूह के बीच आपसी मिलीभगत रहने की भी बात कही. इस समय कांग्रेस पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं इस आंदोलन के मद्देनजर एसबीआई के मुख्य कार्यालय के आसपास पुलिस का काफी तगडा बंदोबस्त लगाया गया था.
इस आंदोलन में दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र के विधायक बलवंत वानखडे, पूर्व महापौर विलास इंगोले, मिलिंद चिमोटे व अशोक डोंगरे, प्रदेश उपाध्यक्ष भैय्या पवार, प्रदेश महासचिव किशोर बोरकर, जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के अध्यक्ष सुधाकरराव भारसाकले के साथ ही सर्वश्री संजय वाघ, विनोद मोदी, पूर्व पार्षद बालासाहेब भुयार, मुन्ना राठोड, अभिनंदन पेंढारी, बालासाहेब घोंगडे, भैयासाहेब नीचल, सलीम बेग, गोपाल धर्माले, सुनील जावरे, विजय वानखडे, संतोष केशरवानी, वंदना कंगाले, शोभा रवींद्र शिंदे, जयश्री वानखडे, योगिता गीरासे, आशा अघम, अनिला काझी, वंदना थोरात, अंजली उघडे, गजानन राजगुरे, सादिक शाह, अनिल माधोगधिया, सुनिल पडोले, राजीव भेलें, अब्दुल रफिक पत्रकार, निलेश गुहे, अनिकेत ढेंगले, वैभव देशमुख, समीर जवंजाल, विक्की वानखडे, भैय्यासाहेब मेटकर, सचिन निकम, सुरेश रतावा, जावेद साबीर, संजय मोरे, अज्जु ठेकेदार, विजय खंडारे, दिलीप शेटे, राजेंद्र सुरोशे, सुनील कांडलकर, किशोर रायबोले, स्वप्निल साव, सागर यादव, देवेंद्र मुनघाटे, अरुण बनारसे, विनोद सूरोसे, कृष्णा गुगलमाने, बसित अजीज, प्रा. अनिल देशमुख, अनिल देशमुख, अतुल कालबेडे, श्रीधर पुरोहित, मोहन पुरोहित, सुरेश गुप्ता, निर्मल अहरवार, अभिनय अभ्यंकर, अब्दुल नईम, विनोद गुडधे, अमर भेर्डे, संजय बोबडे, बिलाल खान, अभिनय अभ्यंकर के साथ ही काँग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ते बडी संख्या में उपस्थित थे.