अमरावती

तेज आंधी-तूफान और मानसून पूर्व बारिश ने मचाया कहर

जिले में कई स्थानों पर कच्चे-पक्के मकानों का हुआ नुकसान

* शहर सहित ग्रामीण इलाकों में कई स्थानों पर पेड उखडे
* आवाजाही सहित विद्युत आपूर्ति रही काफी देर तक ठप
अमरावती/दि.5- गत रोज अमरावती शहर सहित जिले में चहूंओर तेज आंधी तूफान के साथ मानसून पूर्व बारिश हुई. जिसकी वजह से जनजीवन काफी हद तक अस्त-व्यस्त हुआ. साथ ही कई स्थानों पर कच्चे-पक्के मकानों को काफी नुकसान पहुंचा है और कुछ स्थानों पर घरों के टीन व छप्पर भी उड गए. इसके अलावा कई स्थानों पर पेडों की हटनियां टूटकर विद्युत तारों पर गिर पडी, ताकि कुछ स्थानों पर बडे-बडे पेड तेज आंधी तूफान की वजह से उखडकर गिर पडे, जिसकी वजह से वाहनों की आवाजाही के साथ ही विद्युत आपूर्ति भी लंबे समय तक बाधित रही.

* साउर, हातुर्णा व अंबाडा में हुआ काफी नुकसान
जिले में विभिन्न स्थानों से मिली जानकारियों के मुताबिक भातकुली तहसील के साउर गांव में दोपहर 3 बजे के आसपास 8 घरों के टीन व छप्पर उड गए. जिनमें प्रदीप घोडेस्वार, केशव सोलंके, भीमराव अडागले, प्रमोद उके, शरद चव्हाण, विजय वासनिक, जगदीश सावरकर व हेमचंद बोंडे के घरों का समावेश रहा. वहीं वरुड तहसील के हातुर्णा सहित नांदगांव व गाडेगांव में मानसून पूर्व बारिश ने जमकर कहर मचाया. शाम 4 बजे बारिश के साथ ही आए तेज आंधी-तूफान की वजह से कई घरों के टीन व छप्पर उडकर इधर-उधर जा गिरे. जिसकी वजह से पूरी तरह खुल चुके घरों में रखे कपास, तुअर व सोयाबीन जैसी कृषि उपज के साथ-साथ घर में रखा जीवनावश्यक साहित्य और अनाज पूरी तरह से भीग गए. जिससे बडे पैमाने पर नुकसान हुआ. इसके साथ ही नांदगांव में 200 वर्ष पूराना नीम का भारीभरकम पेड उखडकर गिर पडा. जिसकी वजह से गांव में आवागमन और विद्युत आपूर्ति ठप हो गए. इसके अलावा मोर्शी तहसील के अंबाडा में रविवार की दोपहर 3 बजे के आसपास बेर की आकार वाले ओले बरसे. जिसके बाद करीब 15 मिनट तक मूसलाधार बारिश हुई. ऐसे में खेतों में चल रहे खरीफ संबंधी कामकाज को रोकना पडा. यद्यपि इस बारिश की वजह से किसानों को थोडी बहुत राहत मिलती नहर आ रही है. लेकिन संतरे की फसल का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है.

* शहर सहित जिले में विद्युत आपूर्ति रही ठप
कल दोपहर करीब एक घंटे तक हुई जोरदार बारिश और तेज आंधी-तूफान की वजह से शहर सहित जिले में कई स्थानों पर बडे-बडे पेडों की टहनियां टूटकर विद्युत तारों पर गिरी. जिसके चलते अधिकांश स्थानों पर विद्युत आपूर्ति अगले कुछ घंटों के लिए ठप रही. अमरावती शहर के पांचों झोन में कल दोपहर बार काफी देर तक विद्युत आपूर्ति ठप रही.
जानकारी के मुताबिक व्यैंकय्यापुरा परिसर स्थित महापौर बंगले के सामने एक बड़ा पेड़ धराशाई हो गया. जिससे परिसर का यातायात प्रभावित हो गया. इसी तरह कैम्प रोड पंकज कालोनी, शिवनेरी कालोनी, कांग्रेस नगर रोड, मालटेकड़ी परिसर, राहुल नगर, श्याम नगर, बडनेरा के कुछ क्षेत्र, गोपाल नगर, पैराडाइज कालोनी, गाड़गे नगर, शेगांव नाका परिसर के कई पेड़ धराशाई होकर रास्ते पर जा गिरे. वहीं अलग-अलग स्थानों पर पेड की टहनियां टूटकर विद्युत तारों पर गिरने की सूचना मिलते ही मनपा के उद्यान, स्वच्छता व अग्निशमन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने विद्युत तारों एवं सडक पर गिरी पेडों की टहनियां को हटाते हुए व्यवस्था को पूर्ववत किया.

* वाशिम में गाज गिरने से दो युवकों सहित चार जानवरों की मौत
– संभाग में कई स्थानों पर आसमानी कहर
गत रोज संभाग के पांचों जिलों में मानसून पूर्व बारिश और तेज आंधी-तूफान का आसमानी कहर देखा गया. साथ ही संभाग के वाशिम जिले में आसमानी गाज की चपेट में आकर दो युवकों सहित चार जानवरों की मौत हो गई. वाशिम जिले की रिसोड़ तहसील के भर जहांगीर परिसर में रविवार की दोपहर 1 बजे तेज हवा के साथ बिजली की कड़कड़ाहट के बीच बारिश शुरू हुयी. आसमान से बिजली गिरने के कारण 35 वर्षीय संदीप दत्ता कालदाते नामक युवा किसान की बुरी तरह झुलसकर मौत हो गयी. इस समय संदीप कालदाते के उपर बिजली इतने तेज झटके के साथ गिरी कि, उसका चेहरा जमीन में घूस गया था. गाज गिरने के बाद संदीप को तुरंत ही अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया. वहीं आसमानी गाज की चपेटे में आकर मौत होने का एक मामला मालेगांव तहसील के मूसलवाडी में सामने आया. जहां अपने खेत में काम कर रहे नारायण गोविंदा कदम (30) पर दोपहर 2 बजे के आसपास आसमानी गाज गिरी और नारायण कदम की मौके पर ही मौत हो गई. इसके अलावा रिसोड तहसील अंतर्गत कोयाली जाधव गांव में दो गाय तथा नन्धाना गांव में एक भैस व एक बैल की आसमानी गाज की चपेट आने से जगह पर ही मौत हो गई.
इसके अलावा भोकरखेड गांव में ज्ञानेश्वर रंधवे के दो बैलों पर टीन आकर गिरे, जिससे दोनों बैल बुरी तरह से घायल हुए. वहीं मांगवाडी के समीप तेज हवा के कारण रास्ते पर पेड़ गिर जाने के कारण यातायात पूरी तरह से ठप हो गया था. बताया जाता है कि, दोपहर 1 बजे भयंकर हवा के साथ बारिश शुरू हुयी. कुछ जगहों पर हल्की ओलावृष्टि भी हुयी है. अचानक मौसम बदल जाने के साथ ही कड़कड़ाती बिजली के बीच धुआंधार बारिश होने लगी. इस परिसर में भयानक हवा शुरू रहने के कारण कई पेड़ जड़ समेत उखड़ गये. काफी देर तक यातायात बाधित था.

* टाकरखेडा में मोटर साइकिल गिरा पेड़
जिले के टाकरखेड़ा शंभु परिसर में दोपहर 2.30 बजे अचानक मौसम में बदलाव आया. बारिश के साथ तेज चक्रवाती हवा शुरू होते ही टाकरखेड़ा शंभु से साऊर रोड पर गणपति मंदिर के पास कटीला पेड़ सड़क किनारे खड़ी एक्टिवा मोपेड पर जा गिरा. जिससे मोपेड बुरी तरह चकनाचूर हो गयी. यह मोपेड किसकी है? फिलहाल पता नहीं चल पाया.

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