गव्हाणकुंड के पिता-पुत्र की सडक दुर्घटना में मौत
वरुड तहसील के रवाला के पास पिकअप और मोटर साइकिल के बीच हुई भिडंत

अमरावती /दि.11– वनविभाग की अनदेखी के कारण हुई दुर्घटना में वरुड तहसील के रवाला गांव के पास पिता-पुत्र की मृत्यु हो गई. यह भीषण दुर्घटना मंगलवार 11 फरवरी को सुबह 11 बजे के दौरान घटित हुई. मृतक पिता-पुत्र के नाम भगवान बिहारे और मिलिंद भगवान बिहारे है और वह गव्हाणकुंड ग्राम के रहने वाले है.
जानकारी के मुताबिक वनविभाग ने 200 मीटर तक सडक का कचरा जलाया रहने से परिसर में धुआ फैला हुआ था. सोमवार को सुबह 11 बजे के दौरान पिकअप वाहन क्रमांक एमएच-04/एफजे-1751 के चालक ने अपनी गाडी लापरवाही से चलाते हुए गव्हाणकुंड से शेंदूरजनाघाट की तरफ जा रहे गव्हाणकुंड निवासी बिहारे पिता-पुत्र की मोटर साइकिल क्रमांक एमएच-31/डीएन-8812 को रवाला ग्राम के पास जोरदार टक्कर मार दी. दुर्घटना इतनी भीषण थी कि, दुपहिया सवार मिलिंद बिहारे कचरे पर जाकर गिर गया और वहीं पर उसकी मृत्यु हो गई. दुपहिया सवार मिलिंद बिहारे हादसे के बाद कचरे के ढेर में फेंके जाने के बाद वनविभाग द्वारा कचरे को लगाई आग के घेरे में जाकर फंस गया. इस कारण उसकी मृत्यु हो गई और कुछ दूरी पर पिता भगवान बिहारे का भी पैर टूटने से वे गंभीर रुप से घायल हो गये थे. कुछ देर बाद उनकी भी मृत्यु हो गई. इस भीषण दुर्घटना की जानकारी मिलते ही शेंदूरजनाघाट पुलिस स्टेशन के फौजदार दीपक म्हाडिक अपने दल के साथ घटनास्थल आ पहुंचे. घटनास्थल पर नागरिकों की भारी भीड जमा हो गई थी. इस हादसे के बाद आरोपी पिकअप चालक सीधा शेंदूरजनाघाट पुलिस स्टेशन पहुंच गया और उसने पुलिस के सामने पुरी घटना विषद की. पुलिस ने मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है. घटनास्थल का पंचनामा करने के बाद दोनों मृतक पिता-पुत्र के शव वरुड के ग्रामीण अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए पहुंचा दिये गये. इस घटना से गव्हाणकुंड गांव में शोक व्याप्त है.