अमरावती/दि. 27– सडक किनारे लावारिस छोड दिए गए और दिव्यांग बच्चों को पितृछत्र देकर उनके पुनर्वास हेतु ताउम्र संघर्ष करनेवाले वरिष्ठ समाजसेवी पद्मश्री शंकरबाबा पापलकर ने वझ्झर की प्राथमिक शाला में 215 नंबर के बूथ पर वोटिंग की. पापलकर के 60 बच्चों का भी नाम वोटिंग लिस्ट में रहने से सभी ने बूथ पर एकसाथ पहुंचकर वोट डाले. अंबादासपंत वैद्य दिव्यांग, अनाथ बालगृह के इतिहास में आज का मतदान दर्ज हुआ.
उल्लेखनीय है कि, पिछले लोकसभा चुनाव में 48 बच्चों के साथ पापलकर ने वोट डाला था. शंकरबाबा को चुनाव आयोग ने मतदान जनजागृती का एम्बेसेडर भी बनाया था. पापलकर ने लोकशाही को समृद्ध करने सभी से मतदान का आवाहन किया. पापलकर गत अनेक वर्षो से दिव्यांग, लावारिस बच्चों को पाल रहे हैं. उनके रोजगार और घर बसाने का चुनौतीपूर्ण कार्य कर रहे हैं.