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पिता के शौक ने बेटों को बनाया क्रिकेटर

एक बेटा जितेश आईपीएल में पंजाब के टीम में दिखा रहा दमखम

* दूसरा बेटा नितेश भी सिख रहा बल्लेबाजी के गूर
अमरावती/दि.6– शहर के रहाटगांव निवासी 64 वर्षीय मोहनलाल सिताराम शर्मा पर क्रिकेट का ऐसा जुनून सवार है कि, उनके क्रिकेट की दिवानगी ने उनके दोनों बेटों को क्रिकेटर बना दिया है. मोहनलाल शर्मा के बडे बेटे जितेश शर्मा का आईपीएल में पंजाब की टीम में हुआ है. वह वर्तमान में अपनी टीम को जिताने का दमखम मैदान पर दिखा रहा है. आगामी 8 अप्रैल को पंजाब की टीम गुजरात टाईटल से भिडेंगी. उसके बाद 13 अप्रैल को मुंबई इंडियंस से पंजाब की टीम का मुकाबला होगा. जितेश के साथ ही उनका दूसरा बेटा नितेश भी क्रिकेट क्षेत्र में अपना नाम चमकाने में जुटा है.
स्ट्रोन क्रशर व्यवसायी मोहनलाल शर्मा यह मूल हिमाचल निवासी है. वे जब अमरावती में आये, तब उन्हें बहुत स्ट्रगल भरे दिन गुजारने पडे. उन्हें क्रिकेट का पहले से शौक था. इसी शौक के कारण वे गांव गांव में क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन कराते थे. गांव-गांव में टीमों को ले जाकर वह इन स्पर्धाओं का आयोजन कराते थे. घर में ही क्रिकेट का ज्वर रहने से जितेश व नितेश भी खूद को क्रिकेट से जोडने से रोक नहीं पाये. घर से भी उन्हें भरपूर समर्थन मिला. जिस कारण जितेश शर्मा ने क्रिकेट के क्षेत्र में अपना परचम बुलंद करने की यात्रा स्थानीय हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल से शुरु की. यहां पर अंडर-17, अंडर-19 ऐसी टीमों में खेलते हुए वह वनडे व देवधर ट्रॉफी के लिए भी चयनीत हुए. जब वह अंडर-19 में खेल रहा था. तब बतौर कैप्टन वह इस टीम का हिस्सा था. वर्ष 16-17 के आईपीएल में वह मुंबई इंडियंस टीम की ओर से मैदान में उतरा था. उसके बाद वर्ष 2018 से 2020 तक उसका लक नहीं चला. इस दौरान बेहद स्ट्रगल के दिन गुजारने के बाद उसने फिर से कमबैक कर आईपीएल के पंजाब टीम में अपना स्थान निश्चित किया. अपने बेटे के इस सफल यात्रा पर पिता मोहनलाल फक्र महसूस करते है. वहीं जितेश का भाई नितेश भी क्रिकेट के क्षेत्र में अपने शहर, राज्य व देश का नाम चमकाने का सपना संजोये है.

* भारतीय टीम में खेलने का सपना
आईपीएल के पंजाब टीम में चयनीत हुए जितेश शर्मा ने बताया कि, वह क्रिकेट के क्षेत्र में विगत 10 वर्ष से मेहनत कर रहा है. कई मैच वह खेल चूका है तथा दुसरी बार आईपीएल की टीम में चूना गया है. अब उसका सपना है कि, वह भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बने. बतौर विकेट किपर व बैट्समैन उसने अपना उम्दा खेल खेला है. इस खेल की सभी ने तारीफ भी की. इसलिए अब वह भारतीय टीम के लिए खेलकर देश का नाम उचा करना चाहता है.

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