अमरावती/दि.11– त्यौहार के समय मिठाईयों की अच्छी खासी मांग बढ जाती है. ऐसे में मिष्ठान्न व्यवसायियों द्वारा जरुरत पूरी करने हेतु बाहर से खोवा व छेनी (पनीर) मंगाया जाता है. चूंकि दूध से बने यह दोनों की पदार्थ नाशवंत होते है. अत: उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाते समय और लंबे समय तक संरक्षित करने हेतु कोल्ड स्टोरेज का प्रयोग किया जाना बेहद आवश्यक होता है. परंतु गुजरात राज्य से अमरावती में बिना कोल्ड स्टोरेज के लाया गया 628 किलो खोवा अन्न व औषधी प्रशासन विभाग ने गत रोज कंवर नगर परिसर से जब्त किया. इस खोवे की कीमत 1 लाख रुपए से अधिक बतायी गई है. यह कार्रवाई अन्न व औषधी प्रशासन विभाग के सहआयुक्त गणेश परलीकर व सहायक आयुक्त शरद कोलते के मार्गदर्शन में अन्न सुरक्षा अधिकारी गणेश गोरे द्वारा की गई.
बता दें कि, दीपावली के समय मुख्य तौर पर खाद्य पदार्थों में मिलावट के मामले काफी बडे पैमाने पर बढ जाते है. जिसे टालने हेतु अन्न व औषध प्रशासन द्वारा शहर में दूध व दूधजन्य पदार्थ, मिठाई, नमकीन तथा रवा, मैदा, बेसन, खाद्य तेल, ड्रायफुड व चॉकलेट आदि पदार्थों की विक्री पर कडी नजर रखी जाती है. जिसके लिए एफडीए द्वारा अपने पथक तैनात किए गए है. एफडीए के एक पथक ने शुक्रवार की सुबह शहर में आने वाले खाद्य पदार्थ की खेप पर नजर रखते हुए गुजरात राज्य से लाये गए व मिलावट रहने का संदेह होने पर 628 किलो खोवा बेस स्विट को कंवर नगर परिसर से जब्त किया. जिसके सैंपल को जांच हेतु प्रयोगशाला में भिजवाया गया. जानकारी के मुताबिक गुजरात से लाया गया यह खोवा कोल्ड स्टोरेज कंडिशन में नहीं था. ऐसे में इस खोवे की गुणवत्ता खराब रहने का अंदेशा एफडीए के पथक द्वारा जताया गया है. साथ ही यह आवाहन भी किया गया है कि, ग्राहकों में किसी भी अन्न पदार्थ की खरीदी करते समय उसकी उत्पादन तारीख व बेस्ट बीफोर को जरुर देखना चाहिए तथा इसके कुछ भी गलत अथवा आपत्तिजनक पाए जाने पर अन्न व औषध प्रशासन के कार्यालय में इसकी शिकायत करनी चाहिए.
* बडे पैमाने पर होती है मिलावट
बता दें कि, दीपावली पर्व के समय जिस लिहाज से अमरावती शहर सहित जिले में मिठाईयों की मांग होती है, उस लिहाज से जिले में मिठाईयों के लिए दूध और खोवे का उत्पादन नहीं होता. ऐसे में कई मिठाई विक्रेताओं द्वारा मांग व जरुरत को पूरा करने के लिए अन्न शहरों से खोवे की खेप मंगाई जाती है. जहां से कई बार कृत्रिम, अस्वच्छ व निकृष्ट दर्जे का खोवा प्लास्टिक अथवा बोरे में भरकर भेजा जाता है. इसके अलावा ऐसे खोवे से बनने वाली मिठाईयों में अजीनो मोटो, एसेंस व कृत्रिम रंग भी मिलाए जाते है, यानि कुल मिलाकर सस्ते दाम पर मिलने वाले निकृष्ट खोवे से मिठाई तैयार की जाती है. जिसे आकर्षक पैकिंग के जरिए महंगे दामों पर ग्राहकों को बेचा जाता है. परंतु ऐसे मामलों की ओर एफडीए द्वारा कडी नजर रखी जाती है.
* खाद्य पदार्थों के 85 नमूने भेजे गए जांच के लिए
दीपावली के पर्व पर व्यापारियों द्वारा मिठाईयों सहित अन्य खाद्य पदार्थ में की जाने वाली मिलावट को ध्यान में रखते हुए अन्न व औषधी प्रशासन विभाग ने ऐसे कई प्रतिष्ठानों की जांच पडताल करनी शुरु कर दी है. जिसके तहत शुक्रवार को शहर के अनेकों प्रतिष्ठानों की जांच करते हुए 85 खाद्य पदार्थों के नमूनों को लेकर उन्हें प्रयोगशाला में जांच हेतु भिजवाया गया है. जिनकी रिपोर्ट मिलने के बाद अन्न व औषधी प्रशासन विभाग द्वारा कम गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थों के विक्रेताओं के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
* दुकानों में स्वच्छता रखने के निर्देश
अन्न व औषध प्रशासन द्वारा जिले के सभी होटल व्यवसायियों, मिठाई निर्माताओं व विक्रेताओं को आम नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए खाद्य पदार्थ व मिठाई तैयार करने वाले स्थान, भंडारण क्षेत्र, कंटेनर व भोजन वितरण थाली को पूरी तरह से साफ-सुथरा रखने के निर्देश दिए गए है. साथ ही एफडीए द्वारा आम नागरिकों से भी आवाहन किया गया है कि, वे पेशेवर व नामांकित विक्रेताओं से ही ताजी व सुरक्षित मिठाईयां एवं खाद्य पदार्थ खरीदे.