दिवंगत पत्नी की इच्छापूर्ति करते हुए बेहद समाधान की अनुभूति
दानदाता डॉ. किशोर अजमिरे का कथन

* 14 एकड जमीन का हस्तांतरण समारोह
* अन्नामृत फाउंउेशन को उपलब्ध करवाई जमीन
अमरावती/दि.6-यहां के होटल ग्ंैरड महफिल इन के हॉल में मंगलवार को नागपुर के अन्नामृत फाउंडेशन का 14 एकड जमीन हस्तांतरणसमारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर उपस्थित दानदाता अमेरिका निवासी डॉ. किशोर अजमिरे ने कहा कि, कुछ साल पहले स्व. कुमुदिनी अजमिरे ने बालाश्रम संस्था को पूरी जमीन दान देने का वादा किया था. लेकिन वह अपने जीते जी इस वादे को पूरा नहीं कर पायी. समय बीतता गया और बालाश्रम संस्था पूरी ने भी कोरोना काल में उपक्रम को आगे बढाने से इंकार किया तो मन में बेचैन रही. उस समय मुझे इस प्रोजेक्ट की जानकारी नहीं थी. लेकिन मन में था कि मैं अपनी पत्नी की ईच्छा पूर्ण कर पाऊं, आज उसकी ईच्छा पुरी हुई है. अब उसकी आत्मा को शांति प्राप्त हुई होगी. साथ ही मुझे भी बेहद्र धान महसूस हो रहा है, इस आशय का कथन ानदाता अमेरिका निवासी डॉ. किशोर अजमिरे ने किया.
कार्यक्रम में महेंद्रराव अजमिरे, वसंतराव अजमिरे, शेअर अवर स्ट्रेन्थ इंडिया)फाऊंडेशन के नैशनल हेड समीर बेंद्रे, रिजनल कॉर्डिनेटर सचिन जहांगीरदार, हेमंत जाधव, अन्नामृत फाऊंडेशन नागपुर के अध्यक्ष डॉ. श्याम सुंदर शर्मा, ऋषभदेव प्रभु (राजेंद्र रामानंद), भागीरथ दास (भरत जयस्वाल), परमकरुणा दास (प्रवीण साहनी) आदि प्रमुखता से उपस्थित थे.डॉ. श्यामसुंदर शर्मा ने बताया कि स्व. कुमुदिनी अजमिरे परिवार द्वारा हमेशा ही दानशुरता की मिसाल कायम की है. स्व. कुमुदिनी अजमिरे को अप्रैल 2019 में कैन्सर डिटेक्ट हुआ. 21 जून 2019 को उनका कैन्सर से निधन हुआ. उसके पूर्व उन्होंने गुरुजी को वचन देकर बालाश्रम संस्था हेतू, जमीन देने का वादा किया था. उनके वादे को पूरा करते हुए डॉ. किशोर अजमिरे ने अन्नामृत फाऊंडेशन को भातकुली तहसील के खारतलेगांव मार्गपर स्थित 14 एकड जमीन दान की है. इस जमीन पर तैयार होने वाले सेंट्रलाईज किचन, गौशाला व गौरक्षण द्वारा जरुरतमंदों की सेवा की जायेगी. अजमिरे परिवार की सेवाएं सराहनीय रही है. डॉ. किशोर अजमिरे विगत 60 साल से अमेरिका में रहते है, लेकिन उन्होंने दयासागर अस्पताल को 20 लाख रुपये किमत का 40 किलो वैट का सोलर पैनल, 5 लाख का ऑक्सीजन जनरेटर, 5 लाख हेडगेवार अस्पताल को, 10 लाख राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज कैन्सर हॉस्पीटल नागपुर को बहन डॉ. जया अजमिरे/आहुजा व डॉ. सत्या आहुजा द्वारा डायलिसीस सेंटर शुरु करने दयासागर को 80 लाख रुपये तक की सहायता की है. बता दें कि बेबीताई उर्फ स्व. कुमुदिनी अजमिरे के भाई अनिल बारई ने बालाश्रम संस्था जो पुरी में स्थित है. उन्हें जमीन देने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली थी. इस संदर्भ में प्रक्रिया आरंभ हुई. लेकिन अचानक आये कोरोना महामारी में 21 अप्रैल 2021 को अनिल बारई का निधन हुआ. जिसके बाद बेबीताई की छोटी बहन लतु ने संस्था से संपर्क कर बोलाश्रम संस्था पुरी के साथ हुए व्यवहार की जानकारी ली. साथ ही शशिकांत एवं गिरीश मानापुरे ने इस काम को पूरा करने का जिम्मा उठाया. साल 2022 से शुरु हुई इस यात्रा में सितंबर 2024 में डॉ. किशोर अजमिरे को कैन्सर का डायग्नोसिस हुआ. उस समय उपचार के दौरान उन्होंने एक दिन इस्कॉन के अक्षाय पात्र संस्था से बातचीत करने की ईच्छा जाहीर की. तब समीर बेंद्रे से संपर्क किया और यह प्रोजेक्ट आगे बढता गया. जिसके बाद हुई सकारात्मक चर्चा के साथ 14 एकड जमीन अजमिरे परिवार द्वारा अन्नामृत फाऊंडेशन को देने का फैसला लिया गया. यह इस्कॉन का उपक्रम है. जिसका भुमिपूजन नवंबर में किया जायेगा. आगामी एक वर्ष यानि नवंबर 2026 तक इसे पूरा करने का मानस है. जिसके माध्यम से हर दिन 50 हजार से अधिक बच्चों को पोषण आहार देने का प्रयास किया जायेगा.
* धारणी में जारी अन्नामृत फाऊंडेशन का उपक्रम
अन्नामृत फाऊंडेशन के अध्यक्ष डॉ. श्यामसुंदर शर्मा ने बताया कि तत्कालीन जिलाधीश शैलेश नवाल के माध्यम से अन्नामृत फाऊंडेशन नागपुर को मेलघाट क्षेत्र में कुपोषण को कम करने हेतू कार्य करने का अवसर प्रदान किया गया. यहां गर्भवती माता के साथ 1 से 5 साल तक के 300 से अधिक बच्चों को न्युट्रिशन उपलब्ध करवाया जाता है.
* नागपुर में 10 हजार बच्चों के भोजन की व्यवस्था
अन्नामृत फाऊंडेशन द्वारा नागुपर में हर दिन 80 प्रायमरी समेत कुल 130 स्कुलों के बच्चों को ब्रेकफास्ट करवाया जाता है. यहां हर दिन 10 हजार प्लेट ब्रेकफास्ट तैयार होता है. इसके अलावा पूरे देश में अन्नामृत फाऊंडेशन के माध्यम से 12 लाख से अधिक बच्चों के पोषण आहार की चिंता फाऊंडेशन करता है. जिसके कारण इस्कॉन के इस अन्नामृत फाऊंडेशन उपक्रम की सर्वत्र सराहना हो रही है. कार्यक्रम में उपस्थित मान्यवरों ने समयोचित विचार व्यक्त कर इस उपक्रम में जिन लोगों का योगदान प्राप्त हुआ उन सभी का आभार व्यक्त किया. कार्यक्रम में एड. आशीष निहारिया, अनिल अग्रवाल, शुभम खंडेलवाल, राहुल रतावा, बिट्टू सलूजा के साथ अन्य उपस्थित थे. हस्तांतरण कार्यक्रम पश्चात संबंधित जमीन पर अजमिरे परिवार व अन्नामृत फाऊंडेशन परिवार द्वारा नाम फलक का विधिविधान से पूजन कर लोकार्पण किया गया.