अमरावती/दि.19- गत शुक्रवार को शालेय छात्रा व्दारा आठवी मंजिल से कूद कर जान दे देने की घटना से शहर में समाज मन अब तक उद्वेलित है. अनेक लोग इस घटना की चर्चा कर संवेदना व्यक्त कर रहे है. दैनिक अमरावती मंडल को भी कई लोगोें ने प्रतिक्रियाएं दी है. इनका कहना रहा कि यह घटना समाज को हिला कर रख देने वाली है. इस पर चिंतन मनन होना ही चाहिए. जिसके बाद कदाचित कोई हल निकल आए वही कई लोगों ने संवेदन शून्य अध्यापकों पर भी उंगली निर्देश किया है.
मिलींद काहाले हुए व्यथित
पेशे से आर्टिकेट मिलिंद काहाले ने घटना को अत्यंत दुखदाई और खिन्न करने वाली बताया. उनका कहना रहा कि अमरावती में ऐसी घटना हो जाना बहुत ही दुखदाई है. जिन अध्यापकों ने छात्रा के साथ ऐसा व्यवहार किया. उन्होनें अपना शालेय पाठ्यक्रम भुला दिया. डीएड और बीएड करने वाले अध्यापकों को चाइल्ड साईकोलॉजी के विषय निश्चित ही पढाया जाता है. क्या जाह्नवी की शाला की अध्यापिकाओं ने वह नहीं पढा. सवाल तो और भी उठ खडे होते है. जो संस्थाएं ऐसी शालाएं संचालित करती है, अध्यापकों की नियुक्ती के समय इंटरव्यु में जानकारी क्यों नहीं लेती? आज देखा जाए तो शिक्षकों को राजनिती में बहुत रुची है. शाला के समय भी वे लोग सोशल मिडिया पर लगे रहते है. विविध पार्टी अथवा राजनितिक संगठन में जुडने में दिलचस्पी दिखाते है. वक्त आया तो राजनिती में उतरने आतुर रहते है. कहाले ने कहा कि एक अभिभावक और सेवा निवृत्त मुख्याध्यापक के पुत्र की हैसियत से यह जरुर मानते है कि जाह्नवी की आत्महत्या हमारे समाज को झकझोर दे तो कुछ सकारात्मक निकल आए. जाह्नवी के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए काहाले ने समाज के सभी जिम्मेदार लोगोें से इस विषय पर गुर गंभीर होने की अपेक्षा भी व्यक्त की है.
उल्लेखनीय है कि कक्षा 8वीं की छात्रा ने शाला में पर्चे दौरान हुए कथित अपमान से खिन्न होकर गत शुक्रवार को पुष्पक कॉलोनी से उची बिल्डिंग से छलांग लगाकर खुदकुशी कर ली.
बच्चों के बयान लेंगे
इस बीच प्रकरण की जांच कर रही खोलापुरी गेट पुलिस की जांच अधिकारी सविता पवार ने दैनिक अमरावती मंडल को बताया कि जाह्नवी के माता-पिता का बयान दर्ज किया है. अब शाला के उसके सहपाठी के भी बयान पुलिस लेने वाली है. अभी तक किसी पर अपराध दर्ज नहीं किए जाने की जानकारी सविता पवार ने दी. उधर पीडित राठौड परिवार के सुत्रों ने बताया कि वे पुलिस आयुक्त से इस मामले में न्याय की गुहार लगाएगें. संबंधित टीचर पर एक्शन लेने की गुजारिश करेगें.