नेत्रहीनों को तिरुपति बालाजी के दर्शन कराने वाले ब्रह्मा, विष्णु, महेश का सत्कार
मित्र परिवार ने घर जाकर किया स्वागत सत्कार

अमरावती/दि.19-श्री राजस्थानी हितकारक मंडल, एवं माहेश्वरी सामूहिक सेवा समिति, के संयुक्त तत्वावधान में संमस्त भारत वर्ष में पहली बार अमरावती स्थित 82 नेत्रहीन भाई, बहनों और बच्चों को तिरुपति बालाजी मंदिर, तिरुमला में संस्था के अध्यक्ष रेड्डी ने साक्षात दर्शन करवायें जो असंभव था उसे संभव कर दिखाया. साथ ही सभी के आने जाने, रहने की और ख़ान पान की व्यवस्था बारातियों जैसे की गई. यह भगवान बालाजी कृपा से और दृढ़ इच्छा रखने वाले रामेश्वर गग्गड (ब्रम्हा), सुरेश साबु (विष्णु), गोपाल चांडक (महेश) इन तीनों की अपार मेहनत और लगन से असंभव कार्य संभव हो पाया. इन तीनों भाईयों के साथ आशा भाभीजी गग्गड ने भी सराहनीय कार्य किया. इन तीनों ने मारवाड़ी कहावत को समाज के सामने सही कर बताया. जहां न पहुंचे बैलगाड़ी वहां पहुंचे मारवाड़ी. ऐसे विभुतियों का सफलतापूर्वक सम्पन्न आयोजन के लिए मित्र परिवार परिवार द्वारा फुल नहीं फुल की पंखुड़ियों से रामेश्वर भाऊ गग्गड के घरपर जाकर आयोजकों को भाई अनील नरेडी और राजेश मित्तल ने शब्द सुमनों से बधाई देते हुए उपस्थित सभी साथियों द्वारा शाल, श्रीफल, पुष्प गुच्छ भेंट देकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर तीनों ने यात्रा के साथ दर्शन हेतु आये अनुभवों को साझा करते हुए आगे भी द्वारका और अन्य तीर्थ स्थल पर ऐसे आयोजन लेने का मानस बनाया. स्वागत सत्कार हेतु गोपाल राठी (सायत), अनील नरेडी, रामप्रकाश गील्डा, सुरेन्द्र जैन, शरद कासट, विजय कंसल, मुकेश छांगाणी, श्रीकिसन व्यास, नरेश तीवारी, विजय अग्रवाल, प्रमोद भारतीय, संजयकुमार राठी, राजेश मित्तल, विशाल राठी, अजय मंत्री, प्रमोद अग्रवाल आदि सदस्य उपस्थित थे. जलपान के साथ समारोह का समापन किया गया.