अमरावती/ दि. 10- 400 से अधिक परिवारों की जिम्मेदारी संभालनेवाले , उनके परिवार की रोजी- रोटी का मुख्य साधन, उत्सव मेला कोरोना महामारी पश्चात फिर एक बार अंबानगरी वासियों के मनोरंजन हेतु शहर में दाखिल हुआ. 35 साल पूर्व यूसफ भाई ने इस मेले की शुरूआत कर शहर में सम्मेलन का आयोजन किया था. जिसे केवल शहर ही नहीं जिलावासियों ने सिर पर बिठाकर प्रचलित बनाया था. कोरोना महामारी पश्चात अंबानगरी वासियों की प्रतीक्षा खत्म हुई है. स्थानीय साइंसकोर मैदान पर इस मेले का आयोजन किया जा रहा है. रिजा फातिमा नामक बालिका के हाथों फीता काटकर मेले का विधि विधान से शुभारंभ किया गया, उत्सव मेला दाखिल होते ही फिर एक बार सायन्सकोर मैदान जगमगाने लगा है.
पिता के पश्चात पुत्र रहीम खान इस उत्सव मेला की बागडोर संभाले हुए है. हालांकि कोरोना काल में पाबंदियों के कारण इस मेले का जिले के किसी भी शहर में आयोजन नहीं हो पाया. लेकिन अब फिर एक बार इस उत्सव मेला का आयोजन किया जा रहा है. कोरोना काल में उन्होंने अपने साथ काम करनेवाले सभी कर्मचारियों की देखभाल की. उन्हें नियमित रूप से वेतन देना, परिवारों के सुख दुख में शामिल होना , यह कार्य किए. अब जिले के साथ राज्य क े विविध शहरों में उत्सव मेला का आयोजन किया जा रहा है. यह मेला आमतौर पर दिवाली की छुट्टियों में तथा ग्रीष्मकाल में जब बच्चों की छुट्टियां होती है, तब लगाया जाता है. जिसके कारण इस मौसम में बच्चों को लेकर परिवार के बडे बुजुर्गो तक सभी इस मेले की राह तकते रहते है. शहर में कोरोना काल में टीवी के अलावा मनोरंजन का कोई अन्य साधन न रहने से युवाओं में इस उत्सव मेला की प्रतीक्षा थी. अब सभी की प्रतीक्षा खत्म हो रही है. उत्सव मेेला फिर एक बार दोगुने मनोरंजन के साथ अमरावती में दाखिल हो चुका है.
बता दें कि युसूफ खान व उनका परिवार समाज सेवा में हमेशा ही अग्रसर हो रहा है. इस परिवार ने कई परिवारों की जिंदगी सवारी है. शहर में किसी भी निराधार व्यक्ति के इंतकाल की जानकारी मिलते ही युसूफभाई उनका अंतिम संस्कार करने पहुंच जाते थे. मृत व्यक्ति का धर्म संस्कृति के अनुसार स्वखर्च से अंतिम संस्कार करते थे. उनकी विरासत में आगे बढाते हुए रहीम खान भी इस परंपरा को आगे ले जा रहे है.
उन्होंने कोरोना काल में 35 से अधिक लोगों का अंतिम संस्कार किया है. वर्तमान में उत्सव मेला की जिम्मेदारी मोहसीन खान संभाल रहे है, वे भी इस विरासत को आगे बढाने परिवार के लालन पालन की जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे है.
अमरावती में दाखिल हुए उत्सव मेला का इस बार ग्राहकों को कुछ नया अंदाज देखने मिलेगा. नये विदेशी झूलों का संगम और रोबोटिक एनिमल शो इस बार के उत्सव मेला की खासियत है. जिसमें हाथी, भालू, शेर, मिट्टू,जेब्रा, आदि मान जंगल का राजा सियार जैसे कई शो देखने मिलेंगे. यह उत्सव मेला मेला साइंसकोर मैदान पर हर दिन शाम 5 से रात 10 बजे तक रहेगा. इसका ज्यादा से ज्यादा संख्या में लाभ लेने का आवाहन मोहसीन खान ने किया है.